भरतपुर में राइजिंग राजस्थान इम्पेक्ट 1.0 का आयोजन
एमओयू को धरातल पर लागू करने की कवायद, निवेशकों को किया प्रोत्साहित

भरतपुर, (31 मार्च / कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) राजस्थान स्थापना दिवस साप्ताहिक समारोह के तहत सोमवार को निवेश उत्सव राइजिंग राजस्थान इम्पेकट 1.0 का आयोजन किया गया। राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा होटल क्लाकर्स आमेर जयपुर से वीसी के माध्यम से जिला स्तरीय कार्यक्रम में जुडे। जिला स्तरीय निवेश उत्सव कार्यक्रम बीडीए ऑडीटोरियम में आयोजित हुआ।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि हमारी सरकार प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए संकल्पबद्ध है। अब निवेशकों से सीधे सुझाव और शिकायतें लिखित में मांगी जा रही हैं, जिससे उनकी हर समस्या का समय पर ही निस्तारण किया जा सके।
निवेश के लिए बड़ी घोषणाएं - मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने निवेश उत्सव राइजिंग राजस्थान इम्पेक्ट 1.0 कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थान लॉजिस्टिक्स नीति, राजस्थान टेक्सटाइल एंड अपैरल पॉलिसी, राजस्थान डेटा सेंटर पॉलिसी और ऑनलाइन इन्वेस्टर इंटरफेस मोबाइल एप का शुभारंभ किया। साथ ही राजस्थान फाउंडेशन के 14 नये चैप्टर्स की शुरूआत की गई।
राइजिंग राजस्थान पार्टनरशिप कॉन्क्लेव 2025 - मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ‘राइजिंग राजस्थान पार्टनरशिप कॉन्क्लेव 2025 की भी आधिकारिक घोषणा की। इसके माध्यम से उद्योगों और सरकार के बीच समन्वय को मजबूत करने और राज्य में नए निवेश अवसरों को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा।
निवेशकों के लिए ऐप - समारोह के दौरान मुख्यमंत्री शर्मा ने निवेशकों की सुविधा के लिए एक विशेष ऐप लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर इंटरफेस मोबाइल एप से निवेश अपने एमओयू की प्रगति और सरकारी सहयोग से जुड़ी जानकारियां आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
इस अवसर पर राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार राजस्थान के आर्थिक और औद्योगिक विकास को एक नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी बड़ी योजना को धरातल पर लाने के लिए अनेक विभागों का समन्वय आवश्यक है।
उन्होंने आगे कहा कि नीतियों को बदलना आसान होता है, लेकिन उन्हें सही ढंग से लागू करना और व्यावहारिक रूप देना चुनौतीपूर्ण कार्य है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने पहले ही वर्ष में 3 लाख करोड़ रुपये के एमओयू को धरातल पर उतारकर अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, विनिर्माण, एमएसएमई सहित कई क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं और सरकार इसे वैश्विक निवेश केंद्र बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
राजस्थान सरकार ने सिंगल विंडो क्लियरेंस प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया है, जिससे निवेशकों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हर दो महीने में एमओयू की प्रगति की समीक्षा करते हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक निवेश परियोजना धरातल पर तेजी से उतरे।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में सरकारी और निजी क्षेत्रों में मिलाकर 4 लाख से अधिक नौकरियों के सृजन की योजना पर काम किया जा रहा है। मजबूत सरकार ही हर समस्या का समाधान निकालती है और राजस्थान को 30 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक जो विकसित भारत का सपना देखा है राजस्थान उसमें अपनी बड़ी भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार स्थिर, पारदर्शी और मजबूत नेतृत्व के साथ निवेशकों को राजस्थान में आकर्षित कर रही है। राजस्थान बेहद जल्द एक वैश्विक निवेश हब बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सीएम गुप्ता ने बताया कि यह आयोजन राजस्थान में निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय कार्यक्रम में निवेशकों के साथ वार्ता की गई है ताकि निवेश की संभावनाओं को और मजबूत किया जा सके। उन्होंने कहा कि सर्विस सेक्टर में मुख्य निवेश शिक्षा, चिकित्सा एवं पर्यटन इकाइयों का होगा। इंफ्रास्ट्रक्चर में सोलर, पॉवर केबल, एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट, डेयरी प्रोडक्ट, खनिज व अन्य सेक्टर के लिए काम होंगे।
इस कार्यक्रम में जिला कलेक्टर डॉ अमित यादव, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर राहुल सैनी अतिरिक्त निदेशक डीओआईटी कमल शर्मा, पर्यटन विभाग संयुक्त निदेशक संजय जौहरी, जिले के प्रमुख उद्योगपतियों एवं एमओयू हस्ताक्षरित करने वाले उद्योगपति, जनप्रतिनिधि एवं विभागों के अधिकारी मौजूद रहें।






