राजनगर चातुर्मास करने पधारी - साध्वी श्री उज्ज्वल प्रभा : आध्यात्मिक मिलन में पुरानी यादें - जीवंत हो उठी

कांकरोली (सुन्दरम भवन) में राजनगर चातुर्मास करने पधारी - साध्वी श्री उज्ज्वल प्रभा ठाणा 4 एवं बोरज चातुर्मास करने पधारी साध्वी प्रज्ञा श्री जी एवं प्रज्ञा विहार कांकरोली में विराजित मुनि शतावधानी मुनि श्री संजय कुमार , मुनि श्री प्रसन्न कुमार , मुनि श्री प्रकाश कुमार एवं मुनि श्री धैर्य कुमार ठाणा 4 का लम्बी अवधि के बाद मिलन हुआ । संत और साध्वीयो के मिलन में एक दूसरे आप सी सुख प्रिच्छा के बाद पुरानी यादें जीवंत हो उठी। साध्वी बनने से पहले वैराग्य वृट्टी में अनेको के प्रेरणा में मुनि श्री प्रकाश कुमार जी की प्रेरणा पाथेय की यादें जाग उठी । साध्वियों ने संतों ने अपने अपने अनुभव साझा किये।
साध्वी बनने की प्रबल प्रेरणा में मुनि श्री का बहुत बड़ा योगदान रहा।
संत गुरु संसार समुद्र के मोह पास से तारते हैं हर जीवन के कल्याण की मंगल भावना होती है किंतु तरने वाले ही तरते हैं मोह पास से छूटने वाले ही छूटते है ।
गुरुदेव तुलसी ने मुनि प्रकाश कुमार जी को बुला कर कहा जाओ इस बहन को दीक्षा के लिए तैयार करो। औ लाडनूं धर्म सभा सुपर्व सभा पाण्डल में 2 घंटे तक प्रेरणा दीं । इस भव्य मिलन समारोह में सभा मंत्री धनेंद्र मेहता एडवाकटे , जगजीवन जी चोरडियार , विनय कोठारी राजनगर , फतेहलाल पगारिया , मनोर, ललित बाफना , स्नेह लता, महिला मंडल आदि गणमान्य उपस्थित थे ।
- पप्पूलाल कीर






