जैसलमेरी हाजी अब्दुल गफूर साहब मौलाना का जोरदार स्वागत

तखतगढ़ (बरकत खा)
जुमा सुमेरपुर जामा मस्जिद के मौलाना हजरत हाजी अब्दुल गफूर साहब जैसलमेरी ने 20 वर्षो तक सुमेरपुर मस्जिद की इमामत करते हुए खूबसूरत जामा मस्जिद भी आप सभी के सहयोग से तामीर की गई! और बच्चों को भी बेहतरीन तालीम से नवाजा.....॥
आपने 19 साल की उम्र में इमामत के लिए तखतगढ़ गांव में आए थे! यहां हजरत ने 17 साल इमामत करते हुए एक खूबसूरत मस्जिद भी तामीर करवाई! अपने जीवन काल में इंशाल्लाह 11 हज भी किया आप हाजियों और उमहरा पर जाने वाले टूर के जरिए भी आप बेहतरीन खिदमत का अंजाम देते थे ।
आप अपने पास आने वाले किसी भी प्रकार की बीमारी से परेशान मरीज का इलाज अल्लाह के कलाम से वह यूनानी और आयुर्वेद दवाइयां से इलाज भी क्या करते थे! और इंशाल्लाह मरीज ठीक भी होते थे! अब हाजी साहब अपना इतना समय निकालने के बाद अपनी मर्जी से अपनी इच्छा जाहिर करते हुए आम मुस्लिम भाइयों को बताया कि मैं अब यहां से रुखसत होकर अपने गांव जाना चाहता हूं।
अब हाजी साहब अपने गांव ढाणी हजरत सैयदना अमीर हम्ज़ा रदि. के नाम से बहुत ही बेहतरीन खूबसूरत मस्जिद बनवाई है! इंशाल्लाह आप वहां पर इमामत करेंगे । आमीन
तो गांव वालों की तरफ से सुमेरपुर वह तखतगढ़ में एक रुखसती का प्रोग्राम रखा! इस खुशी के मौके पर सभी नौजवान और गांव वालों ने जिसमें उस्ताद के सांगिर्द हजारों की तादाद मे आये और मुसाफा व माला पहना कर इस्तक़बाल किया गया! इमाम साहब को मोहल्ले के बच्चे बच्चियों युवा बुजुर्गों महिलाओं सभी ने अपनी नम आंखों से रुखसत किया गया! और हम सब दुआ करते हैं! अल्लाह से आप जहां भी रहे खुश रहे आबाद रहे । इस मौके मौलाना मोहम्मद उवैस रजा, सदर दिन मोहम्मद सिलावट, नियाज़ मोहम्मद, जान मोहम्मद, इकबाल नियाघर, अन्य गण कमेटी के मेंबर मौजूद रहे ।






