रणथंभौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर से दर्शन कर लौट रहे 7 वर्षिय बच्चे की टाईगर हमले में मौत

सवाईमाधोपुर (अनिल गुप्ता) सवाई माधोपुर के रणथंभौर नेशनल पार्क के मध्य रणथंभौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर से गणेश दर्शन कर लौट रहे एक 7 वर्षिय बच्चे की जिंदगी को टाइगर ने हमला करके लील दिया। जिसने भी यह दृश्य देखा और घटना के बारे में सुना, उसकी रूह कांप गई । घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग तथा प्रशासनिक अमला मौके के लिए दौड़ पड़ा और त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले मुख्य मार्ग को वन विभाग ने बंद कर दिया। घटना से समूचे सवाई माधोपुर में शोक के साथ आक्रोश की लहर दौड़ गई।
आज बुधवार का दिवस होने के कारण अन्य दिनों की अपेक्षाकृत रणथंभोर त्रिनेत्र गणेश मंदिर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा । हजारों की तादाद में लोग रणथंभौर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे ।श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण आज रास्ते में भी कई जगह जाम के हालात बन रहे। तभी रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग में अचानक से बड़ी घटना घटित हो गई।
रणथंभोर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से दर्शन करके वापस लौट रहे एक 7 वर्षिय बच्चे पर अचानक झाड़ियां की ओट में छिपे हुए एक टाइगर ने हमला कर दिया और टाइगर बच्चे को घसीट कर जंगल मे ले गया। बच्चे के साथ चल रहे परिजनों का कलेजा मुंह को आ गया। बच्चे के साथ चल रही बच्चे की दादी के हाथ से छुड़ाकर टाइगर ने पंजा बच्चे के सिर पर मारा और बच्चे की गर्दन पकड़कर बच्चे को खींच कर ले गया। मौके पर घटना को लेकर लोगों में कोहराम मच गया। जंगल मे टाइगर बच्चे का शव अपने पंजे में दबाकर बैठा रहा। घटना की सूचना जैसे ही वन विभाग के अधिकारियों को मिली ।वन विभाग का अमला मौके पर दौड़ा ।लोगों की भीड़ भी मौके पर जमा हो गई। घटना से समूचे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वन विभाग ने रणथंभोर त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले मुख्य मार्ग को गणेश धाम पर ही बंद कर दिया। वन विभाग के दस्ते ने बड़ी मशक्कत करने के बाद टाइगर के कब्जे से मृत बच्चे के शव को छुड़ाया और अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया।
जिसने भी घटना के बारे में सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए ।घटना की जानकारी मिलते ही कृषि मंत्री डॉक्टर किरोडी लाल मीणा अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे। जहां पर उन्होंने घटना की पूरी जानकारी ली और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया।डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने इस अवसर पर वन विभाग की कार्यशैली पर भी करारे सवाल उठाते हुए कहा कि रणथंभोर दुर्ग में व रास्ते पर लगातार पिछले डेढ़ माह से टाइगर का मूवमेंट है। लेकिन वन विभाग ने आज तक टाइगर को रोकने व दुर्ग में घुसने के रास्ते अब तक भी बंद नहीं किए ।उन्होंने घटना पर खेद व्यक्त किया और सहानुभूति जताई। साथ ही उन्होंने मृतक परिवार को आर्थिक मुआवजा दिलवाने का आश्वासन प्रदान किया ।
टाईगर हमले में मारा गया बच्चा 7 वर्षीय बालक कार्तिक सुमन बूंदी जिले के देईखेड़ा थाना क्षेत्र के गोहटा गांव का निवासी था। जो अपनी दादी और चाचा के साथ रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन करने के लिए आया था। दर्शन करने के उपरांत उसने बड़े ही चाव से रणथंभोर दुर्ग में अपनी तस्वीरे भी खिंचवाई थी और उस वक्त कहा था कि यह सब तस्वीरें अपनी मां और पापा को घर चल कर दिखाऊंगा। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था ।दर्शन करके मासूम टाइगर के शिकार का निवाला बन गया और घर पहुंच नहीं सका।
हमला करने वाले टाइगर की पहचान नहीं हो सकी है। इस दौरान वन विभाग की संवेदनहीनता की हद तब दिखी जब वन विभाग का कोई अधिकारी अस्पताल की मोर्चरी पर संवेदना व्यक्त करने तक नहीं पहुंचा। अभी भी टाइगर मूवमेंट लगातार जारी है और इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि आगे भी कोई अनहोनी घटित होगी। बताया जा रहा है कि इस इलाके में टाईगर टी 120 व बाघिन सुल्ताना व बाघिन टी 84 एरोहेड व उसके शावकों का मूवमेंट बना रहता है ।






