महाराष्ट्र -
एनसीपी (सपा) सुप्रीमो शरद पवार ने मंगलवार को अपने भतीजे अजित पवार की अवसरवादी राजनीति पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग सिर्फ सत्ता के लिए भाजपा से जुड़े हैं। पिंपरी चिंचवाड़ में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पवार ने संकेत दिया कि वह गांधी, नेहरू, फुले और अंबेडकर की विचारधारा को मानने वालों को साथ लेने के लिए तैयार हैं, लेकिन अवसरवाद की राजनीति करने वाले किसी भी व्यक्ति को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि यहां किसी ने अभी-अभी कहा कि सबको साथ लेकर चलने की जरूरत है। सबको साथ लेकर चलने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन सब कौन हैं? मैं गांधी-नेहरू, फुले और अंबेडकर की विचारधारा को मानने वाले लोगों को साथ लेकर चलने को तैयार हूं। किसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कुछ लोग पार्टी (उनके द्वारा स्थापित एनसीपी) छोड़कर चले गए हैं और नए लोग शामिल हो रहे हैं। न्होंने कहा, ‘‘सभी का मतलब उन व्यक्तियों से था जो गांधी, नेहरू, ज्योतिबा फुले और बी आर अंबेडकर की विचारधारा को मानते हैं। मैं उन्हें स्वीकार कर सकता हूं, अगर वे इस विचारधारा में विश्वास करते हैं और उसका पालन करते हैं।’’
उन्होंने कहा, "हालांकि, अगर कोई सत्ता के लिए भाजपा के साथ जा रहा है, तो यह कांग्रेस की विचारधारा नहीं है। कोई किसी के साथ भी जुड़ सकता है, लेकिन भाजपा के साथ जाना कांग्रेस की विचारधारा के अनुरूप नहीं हो सकता।" वरिष्ठ पवार ने कहा कि इस "अवसरवाद की राजनीति" को प्रोत्साहित नहीं किया जा सकता। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब एनसीपी के दो धड़ों के बीच संभावित विलय को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं, क्योंकि पिछले कुछ दिनों में शरद और अजित पवार कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में एक साथ दिखाई दिए हैं।