प्रेम के मार्ग में चालाकी है बहुत बुरी चीज - मुनि अतुल
किसी ने ठीक ही कहा ये चेहरे लगते बड़े भोले है, पर भीतर मे आग के गोले है
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) महातपस्वी आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविन्द्र कुमार मुनि श्री अतुल कुमार काशीपुरी में प्रवास कर रहे है। रात्रि कालीन प्रवचन माला के अंतर्गत मुनि श्री अतुल कुमार ने धर्म परिषद को संबोधित करते हुए कहा- हर इंसान सुख और कल्याण की कामना करता है, भगवान महावीर ने भी कहा सभी छोटे बड़े प्राणी सुख चाहते है किसी का सुख मत छीनो, अपने सुख और कल्याण के लिए दूसरे का बुरा करना पाप है । आज का इंसान धन, सत्ता और वासना के आगोश में इस कदर समा गया खून के रिश्ते भी तार तार होने लग गए है । शारीरिक सुख और इन्द्रिय सुख पाने की लालसा में अपनो से ही चालाकियां की जा रही है । पति पत्नी को पत्नी पति के साथ फरेब कर रहे है । कितनी अविवाहित लडकिया और विवाहित युवतियां वासना के व्यामोह में फसकर गर्भवती हो जाती है, फिर उस पाप को मिटाने के लिए गर्भपात करवा देते है । अपनो के साथ धोखा करने की आदत ठीक नही है ।
सारांश की भाषा में मुनि श्री ने कहा प्रेम के मार्ग पर चालकियां नहीं की जाती, अपनों के साथ धोखे नहीं किए जाते किसी कवि ने ठीक कहा है यह चेहरे लगते बड़े भोले है पर भीतर में आग के गोले है।
प्रवचन में अमित महता, अशोक बुरड़, प्रकाश कावड़िया, माणक चोरडिया, निर्मल सुतरिया, अमर चंद रांका, राजेन्द्र पोरवाल, सागर बाफना, अमित रांका, दीपक डांगी, मनोज लोढा, रविन्द्र पोखरना, सुधा पोरवाल, संजना मेहता, सलोनी पोरवाल, ममता लोढा, सलोनी पोरवाल, महक पोरवाल, दर्शिता मेहता, टीशा डांगी आदि उपस्थित थे ।