कंरट से गौमाता की मौत; प्रशासन और मालिक मौन, गौमाता के भक्षण करने जुटे श्वान,
गोपालगढ थाना क्षेत्र में मंगलवार को जंगल मे एक गौमाता कंरट की चपेट आ गई।जिसने तडफ तडफ कर मौके पर दम तोड दिया है। जिसके अंतिम संस्कार में अनदेखी के चलते श्वान गौमाता के अंगो को नौच नौच कर खाने में जुटे हुए है। प्रशासन मौन

पहाड़ी (डीग) गोपालगढ थाना क्षेत्र में मंगलवार को जंगल मे एक गौमाता कंरट की चपेट आ गई।जिसने तडफ तडफ कर मौके पर दम तोड दिया है। जिसके अंतिम संस्कार में अनदेखी के चलते श्वान गौमाता के अंगो को नौच नौच कर खाने में जुटे हुए है। प्रशासन मौन
ग्रामीणो से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को दिन में एक गौपालक की गांव पीलसू व नावदा के जंगल में चरने गई थी। जहॉ विधुत विभाग लाइन टूटी पडी हुईथी जिसम करंट प्रवाहित हो रहा था। गौमाता करंट की चपेट मे आ गई। जिससे मौके पर कोई बचाने नही पहुचा। जानकारी होने पर गौपालक भी गाय की मौत होने की सूचना पाकर गाय को देख कर चला गया ¡ वही विधुत विभाग के कर्मी भी विधुत तारो को जोड कर चले गए है। वही इसकी सूचना पुलिस के लग गई। लेकिन किसी ने गौमाता को अङ्क संस्कार की चिन्ता नही की है। मृत गौवंश दो दिन से जंगल मे पडा रहा। आखिर श्वानो ने गौ माता के अंगो को नौच नौच कर खाना शुरू कर दिया। जिसकी सूचना गौ रक्षक कुलदीप बैसला को मिली, उन्होने थाने पुलिस के अधिकारियो से सम्पर्क साधा गया। लेकिन पुलिस क कहना था। उनकी संज्ञान में लेकिन गौ पालक (मालिक) ने गाय को दफना की चिन्ता नही की है। जिस पर पुलिस के उच्चाधिकारीयो को सूचित किया गया।
गौ अधिनिय की धज्जिया
गौ माता के प्रति कोन कितने सवेदंनशील है इस घटना से साफ पता चलता हैे। गाय जब तक दूध देती तब तक गौपालक है। जब अपदा से मर जाती तो गौभक्त मुआवजा लेने की फिराक मे जुट जाता है। वही प्रशासन भी गौ माता के लिए कितना समार्पित है। उसका अन्दाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। दो दिन गुजर जाने के बाद बिजली विभाग, मालिक, पुलिस प्रशासन, ग्राम पंचायत ने भी शुध नही ली है। जब जी एक्स प्रेस के संवाददाता ने गोपालगढ के थाना प्रभारी मनीश शर्मा से सम्पर्क साधा तो उन्होने तत्काल ग्राम पंचायत को सूचित कर गाय के अङ्क्षतम संस्कार कराने की बात कही है। फोटो -कंरट से मृत गौंवश विडियो
गौरक्षक कुलदीप बैसला का कहना था की पुलिस को इसकी सूचना दी गई। उसने गाय के कंरट से मौत होने की पुष्ठि की लेकिन मालिक ने गांय के मरने के बाद कोई सुध नही लेना बताया। वही प्रशासन की लापरवाही से दो दिन से गाय जंगल मे मृत अवस्था मे पडी रही विधुत विभाग, मालिक, पुलिस की अनदेखी के चलते गौमाता के अंगो को श्वान भक्षण करने मे जु टे हुए ग्रामीणो इसी सूचना मुझ दी उसके बाद पुलिस के आलाधिकारी से सूचना दी गई है।






