खेड़ापा पुलिस को बहुत बड़ी मिली सफलता: अन्तरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश, दो शातिर बदमाश गिरफ्तार
100 से अधिक वारदातें करना की स्वीकार,
बावड़ी ( जोधपुर ) जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण धर्मेंन्द्रसिंह ने बताया कि जिला जोधपुर ग्रामीण के पुलिस थाना खेडापा में हुयी चोरियों के प्रकरण का पर्दाफाश करते हुये चोर गिरोह का पर्दाफाश कर 02 चोर को गिरफतार करने में सफलता प्राप्त की इन चोरो द्वारा 100 से अधिक स्थानों पर चोरी व नकबजनी करना स्वीकार किया । दिनांक 02 अगस्त 2024 को पुलिस थाना खेडापा में प्रार्थी सुखेदव पुत्र श्री बाबुलाल विश्नोई उम्र 41 साल निवासी सेवा गांव (सेवकी कलां) थाना खेडापा ने उपस्थित थाना होकर रिपोर्ट पेश कर बताया कि दिनांक 01.08.24 व 02.08.2024 की रात्री 1.15 एएम पर अज्ञात चोरो के द्वारा घर का ताला तोडकर घर में घुसकर घर में रखी तिजोरीयों के ताले तोडकर सोने चांदी के जेवरात व नकदी चुराकर ले गये जिस पर धारा 331;4द्धए 305; ईद्ध बीनएनस में दर्ज कर प्रकरण में अनुसंधान शुरू किया गया।
टीम का गठन - जिला जोधपुर ग्रामीण में हो रही चोरी व नकबजनी की घटनाओं को गम्भीरता से लिया जाकर इन वारदातों को पर्दाफाश करने के लिये जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक श्री जयदेव सियाग व श्री करणीदान के निर्देशन में चोरी व नकबजनी की वारदातों के प्रकरणों का विभिन्न तरीकों से विश्लेषण कर पर्दाफाश करने हेतु श्री अमानाराम सउनि. जिला विशेष टीम के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इन टीम द्वारा जिले में हुयी चोरी व नकबजनी की वारदातों के सम्बन्ध में डाटाबैस व आसूचना एकत्रित किया जाकर विश्लेषण करना प्रारम्भ किया।
कार्यवाही पुलिस व टीम के प्रयास - पुलिस थाना खेड़ापा के सेवागांव (सेवकी कल्ला) में हुयी के साथ उक्त चोरी व नकबजनी की वारदात का पर्दाफाश करने के लिये तकनीकी डाटाबैस तैयार किया गया तथा 150 सीसीटीवी फुटेज आदि का विश्लेषण कर आसूचना एकत्रित की गयी। टीम द्वारा मुखबिर तंत्र स्थापित कर अज्ञात चोरों की तलाश शुरू की गई। टीम द्वारा पूर्व में घटित घटनाओं व अपने डाटाबैस के आधार पर कई संदिग्ध को दस्तयाब कर पूछताछ की गयी । इन सभी के आधार पर एक चोर गिरोह का पर्दाफाश हुआ जो कि श्रवणराम पूनिया जाट, रिजवान खां, मोहम्मद नहीम व कैलाश भील द्वारा संचालित था।
राजकॉप पुलिस एप्प के द्वारा किया गया अपराधी के फोटो मैच से हुई पहचान - पुलिस टीम द्वारा उक्त संदिग्ध मुलजिमानों के बारें में पतारसी कर दस्तयाब करने हेतु प्रयास किये जा रहे थे। इसी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा एक स्थान पर होने की सूचना पर वहॉं पहुॅचने पर संदिग्ध मुलजिम मोहम्मद रिजवान अपने कई लोगों के साथ वहॉं मौजूद था। संदिग्ध मुलजिम के हुलिये के बारें में जानकारी नही होने पर थानाधिकारी श्री लाखाराम व श्री अमानाराम सउनि. द्वारा राजस्थान पुलिस द्वारा संचालित राजकॉप पुलिस एप्प के जरिये तत्काल रूप से क्रमानुसार सभी मौजूद लोगों का इस एप्प से फोटो मैच किया गया तो संदिग्ध मोहम्मद रिजवान का फोटो मैच होने पर पहचान की जाकर दस्तयाब किया गया।
इसके पश्चात् संदिग्ध मुलजिम श्रवणराम पूनिया को दस्तयाब करने के लिये करीब 20 स्थानों पर दबिंश दी गयी लेकिन मुलजिम शातिर प्रवृति का होने पर टीम के आने से पहले फरार हो जाता था। इस पर टीम के सदस्य कानाराम व हरेन्द्र द्वारा एक टेक्ट्रर लेकर किसान का वेशभूषा पहन कर मुलजिम की आमद रफत स्थान पर जाकर रैकी की और सूचना पुख्ता होने पर टीम द्वारा दबिंश देकर दस्तयाब किया जाकर पुलिस थाना खेड़ापा लाया गया। जहॉं पर मुलजिमानों से गहन मनोवैज्ञानिक रूप से पूछताछ करने पर सेवागांव की चोरी व नकबजनी करना स्वीकार किया। तत्पश्चात् इन मुलजिमानों से पुलिस टीम द्वारा एकत्रित तकनीकी डाटाबैस के आधार पर पूछताछ करने पर 100 से अधिक स्थानों पर चोरी व नकबजनी करना स्वीकार किया।
तरीका वारदात - इन मुलजिमानों के चोर गिरोह के सदस्य श्रवणराम पूनिया जाट, रिजवान खां, मोहम्मद नहीम व कैलाश भील द्वारा ईको कार नम्बर आर.जे.19सी.जे.2441 व मोटरसाईकिल के द्वारा घटना कारित करने के स्थान की पहले रैकी करते थे । इसके पश्चात् घर के सदस्यों, घर की आर्थिक हालात के बारें में पता कर पूर्ण जानकारी प्राप्त होने पर चोरी व नकबजनी करने का प्लान तैयार करते थे।
एक व्यक्ति ईको कार नम्बर आर.जे.19सी.जे.2441 में रहता था। दूसरे व्यक्तियों द्वारा विभिन्न प्रकार के ताले, गेट, दीवार, दरवाजे तोड़ने के औजार से ताला, दीवार, दरवाजा आदि तोड़ कर मकान के अन्दर घुस कर वारदात को अंजाम देते थे। अधिकतर इन गिरोह द्वारा की गयी वारदातें मध्यरात्री को की जाती थी जबकि घरवाले गहरी नीद में होते थे, जिसका फायदा उठाकर घर की दीवार फांदकर घर का ताला लोहे के सरीये की मदद से तोडकर घर के अन्दर घुस कर आभुषण व नकदी चुराकर फरार हो जाते थे।
इसके अलावा इन गैंग द्वारा मुख्य रूप से बिजली के ट्रासफार्मर की चोरियों की गयी है जिनकी अनुमानित चोरी 100 से अधिक की गयी है। इन चोर गिरोह द्वारा बिजली के ट्रासफार्मर चोरी करने से पूर्व विभिन्न स्थानों की रैंकी कर बिजली के ट्रासफार्मर को चिहिन्त किया जाकर मध्यरात्री को विभिन्न औजारों से लाईट का कनेक्शन काट कर कट्टर के माध्यम से बिजली के ट्रासफार्मर को चोरी कर ईको कार नम्बर आर.जे.19सी.जे.2441 में डालकर ले जाते थे।
100 से अधिक चोरी की वारदातें - इस चोर गिरोह द्वारा राजस्थान के सीकर, चुरू, नागौर, जोधपुर ग्रामीण व जोधपुर कमिश्नरेट, सीकर, हनुमानगढ़, फलोदी, गंगानगर, सवाईमाधोपुर, पाली, भीलवाड़ा, अजमेर, ब्यावर, जैसलमेर, बाड़मेर, जयपुर आदि कुल 100 से अधिक स्थानों पर ईको कार के माध्यम से बिजली के ट्रासफार्मर व घरों में सोने चांदी व नगदी की चोरी व नकबजनी की घटना कारित करना स्वीकार किया है।
- निसार गौरी