बाल पंचायत चुनाव संपन्न: टेरेसा सक्करवाल, मुस्कान स्वामी, मोहनलाल, अंजना और बसबाई बने बाल सरपंच
बच्चों ने संभाली नेतृत्व की कमान
थानागाजी (रितीक शर्मा) कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन द्वारा बाल मित्र ग्राम गढ़बसई, हींसला, डुमेडा, गुवाड़ा हनुमान और गुवाड़ा गुगली में बाल पंचायत चुनाव संपन्न किए गए। चुनावों में बच्चों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत अपने प्रतिनिधियों का चयन किया।गढ़बसई से टेरेसा सक्करावल, हींसला से मुस्कान स्वामी, डुमेडा से मोहनलाल बुनकर, गुवाड़ा हनुमान से अंजना सैनी और गुवाड़ा गुगली से बसबाई मीना ने सर्वाधिक मत प्राप्त कर बाल सरपंच पद पर विजय प्राप्त की।
प्रत्येक गांव में 11 सदस्यीय कार्यकारिणी का चयन भी मतदाताओं ने प्रत्यक्ष लोकतांत्रिक तरीके से किया।गढ़बसई ग्राम पंचायत सरपंच एवं बाल पंचायत चुनाव आयोग के अध्यक्ष रामेश्वर दयाल यादव ने बच्चों की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इन चुनावों ने बच्चों को लोकतंत्र की गहरी समझ दी है, जो आगे चलकर उनके नेतृत्व कौशल को विकसित करेगा।
उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से बड़े भी सीख सकते हैं, क्योंकि चुनाव निष्पक्ष और जातिवाद से मुक्त थे।विद्यालय के प्रधानाचार्य दीपचंद जाट और हींसला से प्रधानाचार्य पारस जैन ने कहा कि इस प्रक्रिया के माध्यम से बच्चों में न केवल अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता उत्पन्न होगी, बल्कि वे अन्य बच्चों के अधिकारों के लिए भी संघर्ष करेंगे।
इसके अलावा, युवा मंडल और महिला मंडल के सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे और उन्होंने अपने विचार साझा किए। चुनाव के बाद विजयी बाल पंचायतों का स्वागत रोली, मोली और माला पहनाकर किया गया, चुनाव आयोग के द्वारा चुनी हुई पंचायतों को शपथ दिलाई एवम् निर्वाचित प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
बाल आश्रम संस्थापिका सुमेधा कैलाश ने बताया कि हाल ही में राजस्थान सरकार ने सभी ग्राम पंचायतों में बाल पंचायत चुनाव कराने के निर्देश जारी किए हैं। यह सराहनीय पहल है हम बाल मित्र ग्रामों के माध्यम से बच्चों में कुशल नेतृत्व,कौशल और सहभागिता के विकास साथ निर्णय लेने की क्षमता विकसित के लिए 2001 से किया जा रहा है। तथा आगामी दिनों में कुल 30 स्थानों पर बाल पंचायत के चुनाव संपन्न किए जाएंगे। इस अवसर पर भरतलाल शर्मा, सुनील सैनी, विक्रम सिंह, संतोष शर्मा, यादराम गुर्जर, मनोज शर्मा, हरिकिशन, मिस्री देवी, किशनलाल, हीरालाल सहित बच्चें एवम् कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।