कालिया पहाड़ बचाव आंदोलन को लेकर पूर्व सांसद पंडित रामकिशन ने की पत्रकारों से प्रेस वार्ता
वैर (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) पूर्व सांसद पंडित रामकिशन ने डाक-बंगला में पत्रकारों से प्रेस वार्ता की।पंडित रामकिशन ने कहा कि भुसावर उपखंड में काला पहाड़ जिसे कालिया पहाड़ के नाम से जाना जाता है। काला पहाड़ जन आस्था का केंद्र है। इस काला पहाड़ में अनेकों मंदिर है ।जहां पर आए दिन हजारों पेड़ों को नष्ट किया जा रहा है। एक तरफ केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाए जाने की बात कर रही है साधु संतों ने काला पहाड़ को बचाने के आंदोलन चल रखा है। उनके द्वारा भूख हड़ताल भी की गई। जहां भुसावर के उपखंडाधिकारी सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। काला पहाड़ में पुरानी खनिज लीज चल रही है ।
सरकार ने वही पर नई 13 खनिज लीज स्वीकृत की गई।जिनमें 9 खनिज लीजो के पैसे जमा हो गए है और 4 खनन लीज को निरस्त करने का आश्वासन दिया। काला पहाड़ को देवस्थान विभाग में लेने के लिए भी मंजूरी के लिए सहमति भी दी।आंदोलन भी अधिकारियो के आश्वासन पर समाप्त हो गया। जो खनन लीज निरस्त करने का वायदा किया। उसका मात्र निलंबन किया गया है।
आस्था की दृष्टि से गोवर्धन के बाद इसकी पूजा की जाती है। खनिज लीज कही पर भी लगाओ। लेकिन इस आस्था के केंद्र को बरकरार बना रहने दो। सरकार द्वारा उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो आगामी दिनों में काला पहाड़ को बचाने के लिए आंदोलन भी किया जा सकता है।