सामाजिक व हिंदी अध्यापकों के साथ अन्याय की पराकाष्ठा: सेवा शुरूआत से सेवा समाप्ति तक पदोन्नति नहीं

Jul 20, 2024 - 16:42
 0
सामाजिक व हिंदी अध्यापकों के साथ अन्याय की पराकाष्ठा: सेवा शुरूआत से सेवा समाप्ति तक पदोन्नति नहीं

 सिरोही (रमेश सुथार)

 राजस्थान में एक लिपिक को सेवा काल में चार से पांच पदोन्नति मिलती है।वह लिपिक से नौकरी शुरू कर अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी बन सेवानिवृत्ति होता है।एक ग्राम विकास अधिकारी ब्लाक विकास अधिकारी तक पहुंच जाता है।एक पटवारी तहसीलदार तक पहुंच जाता है। सामाजिक विज्ञान व हिंदी शिक्षक को छोड़कर हर सरकारी कर्मचारी सेवा काल में कम से कम तीन चार पदोन्नति पाता है। सामाजिक विज्ञान, हिंदी व वाणिज्य के अध्यापकों को छोड़कर शेष विषयों के अध्यापक भी दो तीन पदोन्नति ज़रूर पाता है। भेदभाव केवल सामाजिक विज्ञान व हिंदी के अध्यापकों के साथ हो रहा है।शिक्षा विभाग की कमियों को ढाल बनाकर व राजस्थान सरकार की आंखों में धूल झोंककर विषय एडिशन करके, संकाय बदलकर चालाक शिक्षक भी दो चार पदोन्नति ले लेते है। लेकिन ईमानदार सामाजिक विज्ञान व हिंदी के एम.ए,बी.एड शिक्षक सेवा के 25 से 30 वर्ष की सेवा के बाद भी पहली पदोन्नति का इंतजार कर रहे है। सरकार सामाजिक विज्ञान व हिंदी के अध्यापकों को वेतन तो सीनियर व्याख्याता का दे रही है। लेकिन काम अध्यापक का लिया जा रहा है। सामाजिक विज्ञान व हिंदी के अध्यापकों को एक भी पदोन्नति नहीं देकर राजकोष को नुकसान पहुंचा रही है। सामाजिक विज्ञान व हिंदी के अध्यापकों को नो, अठारह, सत्ताइस का फायदा मिल गया है।जिनको वेतन एक लाख से ज्यादा सरकारी कोष से मिल रहा है। लेकिन काम अध्यापक का लिया जा रहा है। सभी विषयों के अध्यापकों की पदोन्नति पांच वर्ष से लम्बित है। वरिष्ठ अध्यापकों की पदोन्नति चार वर्ष से लम्बित है।सेकंड ग्रेड शिक्षकों के राजस्थान में 25396 पद खाली है। सेकंड ग्रेड से व्याख्याता पदों पर पदोन्नति तीन चार वर्षों से बाकी है। सरकार पदोन्नति तैयारी का राग अलापती रहती है। लेकिन पदोन्नति हो नहीं रही है। व्याख्याता पदों पर डीपीसी होने से 10 हजार पद सैकंड ग्रेड के रिक्त हो जायेंगे। जिससे सैकंड ग्रेड के 35396 पद खाली हो जाएंगे। सैकंड ग्रेड के रिक्त पदों के बढ़ने से 9 वीं तथा 10 वीं के विद्यार्थियों के विषयाध्यापक को लेकर भारी समस्या है वह विकराल होने वाली है। सरकार चाहे तो अध्यापकों की चार पांच वर्षों की लम्बित पदोन्नति कर विषयाध्यापकों की कमी पुरी कर सकती है।एक रूपये का भी आर्थिक भार सरकार पर नहीं पड़ेगा। मिडिल स्कूल में प्रधानाध्यापकों/वरिष्ठ अध्यापक के पद भी रिक्त है।जिनको भी अध्यापकों की पदोन्नति से पुरा कर सकते है। शिक्षा बचाओ समिति राजस्थान के प्रदेश संयोजक गोपाल सिंह राव ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को तथ्यात्मक आंकड़े भेजकर सरकारी स्कूलों की स्थिति त्वरित पदोन्नति व नई भर्तियों से सुधारने की गुहार की।

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

एक्सप्रेस न्यूज़ डेस्क बुलंद आवाज के साथ निष्पक्ष व निर्भीक खबरे... आपको न्याय दिलाने के लिए आपकी आवाज बनेगी कलम की धार... आप भी अपने आस-पास घटित कोई भी सामाजिक घटना, राजनीतिक खबर हमे हमारी ई मेल आईडी GEXPRESSNEWS54@GMAIL.COM या वाट्सएप न 8094612000 पर भेज सकते है हम हर सम्भव प्रयास करेंगे आपकी खबर हमारे न्यूज पोर्टल पर साझा करें। हमारे चैनल GEXPRESSNEWS से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद................