बासड़ी में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण

उदयपुरवाटी / गुढ़ागौड़जी (सुमेर सिंह राव ) बासड़ी गांव में शुक्रवार को संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर का मूर्ति अनावरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांगलिया धूणी के पीठाधीश्वर ओमदास महाराज रहे। जबकि विशिष्ट अतिथि उदयपुरवाटी विधायक भगवाना राम सैनी, नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा, विजेंद्र सिंह इंद्रपुरा, कमलदास महाराज, जेतपुरा सरपंच पवन वर्मा, पोषाना सरपंच बरजी देवी, डॉ विमला गुढ़ा गोड़जी, डॉ रणवीर गुर्जर, राकेश देवठिया, भोलाराम मीणा, प्रवीण मैचु, विष्णु बड़वा आदि रहे। अतिथियों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। इससे पूर्व ओमदास महाराज का गुढ़ागौड़जी में फूल माला और साफा पहनकर स्वागत किया। गुढ़ागौड़जी से ओमदास महाराज को डीजे की धुन पर मोटरसाइकिल और वाहनों के काफिले के साथ कार्यक्रम स्थल तक लाया गया। जहां पुष्प वर्षा के साथ महंत का स्वागत किया गया। सांगलिया पीठाधीश्वर ओमदास महाराज और विधायक भगवाना राम सैनी ने फीता काटकर अंबेडकर स्मारक का उद्घाटन किया। इसके बाद अतिथियों सहित ओमदास महाराज ने बाबा साहेब की मूर्ति का अनावरण किया।
कार्यक्रम को ओमदास महाराज, विधायक भगवाना राम सैनी, विजेंद्र सिंह इंद्रपुरा, जेतपुरा सरपंच पवन वर्मा, सुरेश खारड़िया आदि ने संबोधित किया। समारोह को संबोधित करते हुए ओमदास महाराज ने कहा कि सभी को बाबा साहेब के पद चिन्हों पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को शिक्षा व संस्कारों की जरूरत है तभी परिवार, समाज और देश आगे बढ़ पाएगा। विधायक भगवाना राम सैनी ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर के त्याग और संघर्ष को हमेशा याद रखा जाएगा। बाबा साहेब ने संविधान में हर वर्ग का ध्यान रखते हुए महिलाओं को भी अधिकार दिलाए। नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा ने कहा कि मैं शुरू से ही अंबेडकर के विचारों को मानता हूं। मेरे द्वारा अब तक बाबा साहेब की तकरीबन 300 फोटो झुंझुनू जिले के ऑफिसों और विद्यालयों में लगवाई जा चुकी है।
चनाना में मूर्ति स्थापना भी मेरे द्वारा ही करवाई गई है। नवलगढ़ पंचायत समिति के 11 पंचायतों में अंबेडकर भवन, लाइब्रेरी और बाबा साहेब की मूर्ति निर्माण कार्य शीघ्र ही करवाया जाएगा। नवलगढ़ राजस्थान क्षेत्र की पहली ऐसी पंचायत समिति होगी जिसमें बाबा साहेब की विचारधारा को लेकर नवाचार किया जा रहा है। विजेंद्र सिंह इंद्रपुरा ने कहा कि राजनैतिक रोटियां सेकने के लिए कुछ लोग संविधान बदलने की बात करते हैं लेकिन अंबेडकर द्वारा लिखा गया संविधान न तो आज तक बदला गया है और न ही कभी बदला जाएगा। डॉ भीमराव अंबेडकर सर्व समाज के मसीहा थे। कार्यक्रम का संचालन राकेश कुमार भोजगढ़ और हरिराम टोंक छीलरी द्वारा किया गया। इस दौरान सुरेश खारड़िया, सत्यपाल कांटीवाल, अध्यापक जगदीश प्रसाद कांटीवाल, रणजीत कुमार, दुर्गा प्रसाद, राजकुमार, रवि कुमार, बबलू, सुनील, पंकज, मनोज, अरविंद, अमित सहित काफी संख्या में महिला एवं पुरुष मौजूद रहे।






