शेखावाटी के श्रद्धालुओं ने संगम पर महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगाई
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव ) प्रयागराज महाकुम्भ में शेखावाटी के सेकड़ो गांवों से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने संगम पर आस्था की डुबकी लगाई व विश्वकल्याण के लिए मंगल कामना की। शेखावाटी व तवरावाटी के हजारो भगत प्रयागराज महाकुम्भ में पिछले कई दिनों से अस्थायी कैम्प में डटे हुए हैं। आज से पूजा अर्चना के साथ संगम पर एक साथ स्नान किया तथा विश्व कल्याण के लिए मंगलकामनाएँ की।
बजरंग धाम झड़ाया से सेकड़ो भगत गण पिछले कई दिनों से अस्थायी कैम्प में पहुँच रहे थे। आज से एकसाथ महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगाई और विश्व मंगलकामना की। यहाँ पिछले 5-6 दिनों से शेखावाटी के रोज सेकड़ो भगतगण पहुँच रहे हैं जो महंत श्री श्री 108 सीताराम दास जी महाराज व समाजसेवी मदन लाल भावरिया तथा शेखावाटी के लोगो के सहयोग से बनाये गए अस्थायी शिविर में भजन कीर्तन के साथ स्वादिष्ट प्रसाद प्राप्त कर रहे ।
समाजसेवी मदनलाल भावरिया ने बताया कि ये महाकुम्भ का सयोग 144 साल के बाद आया है। ये देश विदेश के सभी साधुसंतों के संगम का प्रतीक है । इसमें बिना जाती धर्म व सम्प्रदाय के भेदभाव के सभी महिला पुरुष एक साथ आस्था की डुबकी लगाकर विश्व मंगल कामना करते है। उन्होंने आगे बताया कि महाकुम्भ सनातन धर्म की रीढ़ है तथा देश के सभी सम्प्रदायों के संतों का संगम है जिस में बिना जाती, धर्म व लिंग भेदभाव के एक मंच पर विश्व कल्याण व भाई चारे की भावना प्रकट होती है। धर्म शास्त्रों में बताया है कि गंगा, यमुना व सरस्वती के संगम पर स्नान करने से पापों का नाश होता है तथा ज्ञान भगती व वैराग्य प्रप्त होता है ।
इस महाकुम्भ के अनक्षेत्र में भगतों द्वरा दान किया गया एक एक अन का दाणा सोने की मोहर से ज्यादा कीमती है । इस शुभ अवसर पर जो भी भगतगण दान करते है उनको महापुण्य प्राप्त होता है इस लिए देश से करोड़ो की संख्या में लोग श्रद्धापूर्वक दान करते है।