पक्षियों के लिए बांधे परिंडे, ताकि गर्मियों में उन्हें भी मिल सके दाना-पानी

भीलवाड़ा (राजकुमार गोयल) गर्मी में जल को अमृत के समान माना जाता है,मनुष्य को प्यास लगती है,तो वो कहीं भी अपनी प्यास बुझा लेता है लेकिन बेजुबान परिंदो के लिए गर्मी से निजात पाना काफी मुश्किल होता है।इसको देखते हुए बाडमेर जिले धोरीमन्ना उपखंड में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पाबूबेरा में पदस्थापित स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोशिश पर्यावरण सेवक टीम सांचौरी-मालाणी के बैनर तले ‘पानी पिलाओ, परिंदा बचाओ’ अभियान के द्वारा शहर से लेकर गांवों तक जा कर पेड़ों पर मिट्टी के बर्तन में परिंदों के लिए दाना-पानी मिट्टी रखा जाना शुरू किया है
इसका उद्देश्य है कि गर्मी की वजह से किसी भी पक्षी की भूख-प्यास से मौत नहीं हो।सोमवार को राउमावि पाबूबेरा परिसर में लगे पेड़ों पर मिट्टी के बर्तनों में पानी व दाना भर कर लटकाया गया व परिसर के आस-पास परिंडे लगाए। ताकि चुग्गे के साथ-साथ पानी की भी व्यवस्था की जा सके।इस दौरान उपस्थित वरिष्ठ अध्यापक मोहनलाल तरङ ने बताया कि शिक्षक बिश्नोई पर्यावरण संरक्षण व मानव कल्याण के लिए हमेशा निस्वार्थ भाव से जुड़े रहते हैं जो हम सभी के लिए अनुकरणीय है इन्होंने इस वर्ष भी परिंदों के लिए परीण्डा अभियान आगे बढ़ाते हुए राउमावि पाबूबेरा के परिसर व आस-पास परिंडे लगाकर परमार्थ का उदाहरण पेश किया है।उपस्थित सभी शिक्षकों व बच्चों को परिण्डों में जल भरने की शपथ लेकर मानवता का परिचय दिया।






