फर्जी डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग, ज्ञापन सौंपा
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) शहर में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इंजेक्शन से बुजुर्ग की जान जाने के मामले में मृतक के परिजनों ने शनिवार को जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अरविन्द गेट को पत्र देकर झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मृतक मोहन लाल के पुत्र बनवारी लाल ने अन्य परिजनों के साथ जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अरविन्द गेट के कार्यालय में पहुंचकर ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि 18 जुलाई को झोलाछाप डॉक्टर महेंद्र कुमार ने मोहन लाल को मोनोसेफ नामक इंजैक्शन लगाया गया था। जिसके बाद मोहन लाल की मौके पर ही मृत्यु हो गई।मौत के बाद झोलाछाप डॉक्टर ने अपने क्लीनिक पर काम सीखने वाले दो लड़कों के साथ मोटरसाइकिल पर शव को रखकर रेलवे फाटक के समीप गुप्ता नर्सिंग होम के बाहर शव को पटक कर भाग गए।
यही नहीं पोस्टमार्टम के समय परिजनों द्वारा पुलिस व पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर को लिखित में एप्लिकेशन देते हुए बताया कि झोलाछाप डॉक्टर द्वारा लगाए गए गलत इंजेक्शन व दवाई से मृत्यु हुई है। इसके बावजूद भी पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर व अन्य ने मृतक की स्क्रीन का टुकड़ा टेस्ट के लिए नहीं लिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस व डाक्टर अभियुक्त को बचाना चाहते हैं। मृतक मोहन लाल के पुत्र बनवारी लाल ने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर दीपक शर्मा के विरुद्ध जांचकर कार्यवाही करने की मांग की है।
इनका कहना है -
इस संबंध में खैरथल - तिजारा जिले के सीएमएचओ डाक्टर अरविंद गेट ने बताया कि मृतक के परिजनों की मांग पर फोरेंसिक एक्सपर्ट, बीसीएमओ किशनगढ़ बास, पीएमओ खैरथल व एमडी मेडिसिन चार लोगों की टीम गठित कर जांच कार्रवाई की जाएगी।जो कि सोमवार को कार्यवाही कर तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
उधर, मृतक मोहन लाल के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर दीपक शर्मा ने बताया कि मेरी ओर से मेडिकल मापदंडों के नियमानुसार पोस्टमार्टम किया गया है। किसी भी प्रकार की लापरवाही या भेद-भाव नहीं किया गया है।