मंदिरों में गोपाष्टमी पर्व मनाया धूमधाम से सजाई छप्पन भोग की झांकी
राजगढ़ (अलवर/ अनिल गुप्ता) कस्बे श्री जगन्नाथ मंदिर एवं गोविंद देवजी मंदिर में गोपाष्टमी के पावन पर पर श्री जगन्नाथ मंदिर में राधा रानी जी के चरण दर्शन की अद्भुत रूप में राधा रानी जी के चरणों के दर्शन हुए जगन्नाथ मंदिर के महत्व पंडित मदन मोहन शास्त्री पंडित रोहित शर्मा ने बताया वर्ष में आज के दिन ही श्री राधा रानी जी के चरणों के दर्शन कराए जाते हैं कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि जिसे गोपाष्टमी तिथि कहते हैं आज के दिन ही भगवान श्री कृष्णा सर्वप्रथम सभी ग्वाल बालों के साथ गौ चराने गए थे। आज के दिन ही महिलाओं ने गौ माता की को मिठाई ,हरी सब्जियों,खील आदि का भोग लगा कर रोली,चंदन जल आदि से गौ माता की पूजा अर्चना कर पूंछ पर मोली बांध कर परिवार के मंगलमय रहने की कामना की।
शास्त्रों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण के द्वारा सर्वप्रथम आज के ही दिन गौ माता को चराने के लिए वन में गए थे इसलिए यह गोपाष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है कस्बे के भगवान जगन्नाथ मंदिर, गोविंद देवजी मंदिर में यह पर्व बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया इस मौके पर सैकड़ो भक्तों ने मंदिर में पहुंचकर राधा रानी, राधा रानी और गोविंद देवजी जी के चरण दर्शन कर मन्नतें मांगी। पंडित मदन मोहन शास्त्री और दिलीप मुखर्जी ने बताया कि वह वैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। आज के दिन को देव दीपावली कहा जाता है इस दिन सारे देव पृथ्वी मंडल पर आकर भ्रमण करते हैं और मनुष्य इस दिन बैकुंठ प्राप्ति के लिए दान पुण्य व्रत आदि का कार्य करते हैं