प्रशासन ने हटाया अवैध कब्जा, जोहड़ की पैमाइश के लिए तलाशे पुराने कुएं
गोविंदगढ़ रामबास ग्राम पंचायत में स्थित जोहड़ की पैमाइश करने को लेकर गुरुवार को राजस्व विभाग के पटवारी व कानूनगो दिनभर बिंदु स्थापित करने के लिए नक्शा लेकर पुराने कुओं को ढूंढते रहे। लेकिन पटवारी कुओं की तलाश नहीं कर सके। ग्रामीणों द्वारा बताए जाने के बाद कुआ मिला, जिसको जेसीबी से खुदवाया गया। जानकारी के अनुसार रामबास ग्राम पंचायत के खसरा नंबर 1054 में 89 ऐयर की कच्ची दह (जोहड) दर्ज है। प्रशासन की लापरवाही से इस जोहड़ पर लोगों ने काफी अतिक्रमण कर पक्के निर्माण स्थापित कर जोहड़ का रकबा काफी कम कर दिया। जिसे लेकर ग्रामीणों द्वारा राज्य सरकार को शिकायत दर्ज कराई गई थी।
जिसपर सरकार ने जिला कलेक्टर को इस जोहड़ की पैमाइश करने के आदेश दिए।गुरुवार को पटवारी व कानूनगो पुलिस जाब्ते के साथ जोहड़ की पैमाइश करने पहुंचे। राजस्व विभाग के नक्शे में स्थापित कुओं व उसकी जमीन पर भूमाफियों द्वारा प्लॉटिंग कर दी गई और स्थानीय प्रशासन मिली भगत कर मुक दर्शक बना रहा। यह कुआं इसी जोहड़ के पास स्थित है। प्रशासन इस क्षेत्र में स्थापित अन्य कुओं की तलाश कर बिंदु स्थापित करना चाहता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस जोहड़ से जो ओवरफ्लो होने के बाद पानी निकासी का जो रास्ता था उसपर लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया। जिससे बरसात के दिनों में इसी जोहड़ का पानी हनुमान कॉलोनी के घरों के आगे जमा हो जाता है।
उल्लेखनीय है कि इस जोहड़ में रामबास व गोविंदगढ़ के नालों का पानी जाता है। इस दौरान मौके पर पुलिस जाब्ता व लेडीज पुलिस भी मौजूद रही। तहसीलदार राजेंद्र कुमार यादव ने बताया कि तलाई पर स्थापित अतिक्रमण को लेकर प्रशासन द्वारा (91) की कार्रवाई की हुई थी, जिसे अतिक्रमण हटाने के लिए 26 दिसंबर की तारीख तय की हुई थी। संबंधित लोगों ने स्वयं ही मौके से अतिक्रमण हटा लिए। प्रशासन इस जोहड़ की पैमाइश पूरी कर शेष अतिक्रमण को भी हटाने की कार्रवाई करेगा । लेकिन गुरुवार को पैमाइश पूरी नहीं हो पाई है।