मीडिया रिपोर्ट के बाद भी नहीं जागा स्वास्थ्य विभाग, आदर्श पीएचसी बरौली: डॉक्टर नदारद, कंपाउंडर चला रहे अस्पताल, मरीज बेहाल
सरमथुरा (धौलपुर / नाहर सिंह मीना ) सरमथुरा ब्लॉक का बरौली स्थित आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ नाम का "आदर्श" है। भीषण गर्मी और मौसमी बीमारियों के बावजूद, मरीजों को यहां से निराशा ही हाथ लग रही है, क्योंकि न तो कोई स्थायी डॉक्टर है और न ही दवाइयां। अस्पताल का जिम्मा कंपाउंडरों पर है, जो अक्सर अपनी ड्यूटी से गायब रहते हैं।
अस्पताल के दरवाजे पर अक्सर ताला लटका रहता है, और ग्रामीण इलाज के लिए झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाने को मजबूर हैं। बुजुर्ग मरीजों को घंटों इंतजार के बाद भी निराशा मिलती है, क्योंकि उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कंपाउंडरों का व्यवहार ठीक नहीं है और वे अपनी मनमानी करते हैं।
रिपोर्टर नाहर सिंह ने मौके पर पाया कि अस्पताल में न कोई डॉक्टर था और न कोई कंपाउंडर।23 मई को हुई मीडिया कवरेज के बाद भी चिकित्सा विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन की चुप्पी से ग्रामीणों का स्वास्थ्य खतरे में है, और स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति व सुविधाओं में सुधार की तत्काल आवश्यकता है।






