मनोरा में चोरी की घटनाओं पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च

सिरोही (रमेश सुथार) सिरोही जिले के मनोरा गांव में लगातार हो रही चोरी और लूट की घटनाओं से आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को पुलिस और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ग्रामीणों ने अहिंसा सर्कल से जिला कलेक्टर कार्यालय तक पैदल मार्च किया और विरोध प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जाहिर किया।
प्रदर्शन में सैंकड़ों ग्रामीण शामिल हुए जिन्होंने पुलिस की लापरवाही और निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए जोरदार नारेबाजी की। अचलसिह राजपुरोहित ने बताया कि मनोरा और आस-पास के क्षेत्रों में आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन पुलिस अब तक एक भी घटना का खुलासा नहीं कर पाई है।
ग्रामीणों की मुख्य मांगें:
- चोरी की घटनाओं की शीघ्र जांच और खुलासा किया जाए
- गांवों में रात्री गश्त और पुलिस सुरक्षा बढ़ाई जाए
- संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सिरोही के विधायक ओटाराम देवासी जनता की समस्याओं से पूरी तरह बेखबर हैं। उन्होंने कहा कि विधायक केवल समारोहों में माला पहनने और फोटो खिंचवाने तक ही सीमित हैं, जबकि ग्रामीण जनता असुरक्षा और डर के साये में जी रही है।
प्रशासन पर गंभीर आरोप: - प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि जब वे अपनी बात रखने जिला मुख्यालय पहुंचे तो पुलिस ने उन पर हल्का बल प्रयोग कर दिया जिससे ग्रामिणो मे ओर आक्रोश बढ गया।उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है।
ग्रामीणों की चेतावनी: -प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने शीघ्र ठोस कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।






