नांगल सालिया में हो रहा मरीजों का डोर टू डोर सर्वे, गाइडलाइन की पालना में लगी कोर कमेटी
कोटकासिम (अलवर,राजस्थान) कोटकासिम उपखंड की ग्राम पंचायत नांगल सालिया में पहले की बजाय इस बार अधिक सख्ती से लोक डाउन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। विश्व भर में फैली महामारी कोरोना के मध्येनजर सरकार द्वारा आमजन के स्वास्थ्य और जान की परवाह करते हुए लॉकडाउन लगाया हुआ है। जिसमे लोगो के बिना पर्याप्त कारण के बाहर निकलना मना है।
लेकिन शहरों में इसका असर तब दिखाई देता है जब वहां की पुलिस मुस्तैद होती है और फ्लेग मार्च निकालती है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में ऐसा नहीं होता है। वहां न तो रोज पुलिस जाती है और न ही वहां के लोगो को स्थानीय अधिकारियों का कोई डर होता है। ग्रामीण क्षेत्र में तो इसका असर तब होता है जब वहां के लोग स्वयं अपने मन से इसका पालन करते हैं।
स्थानीय कोर कमेटी की टीम के सदस्य पूरे मनोयोग से गाइड लाइन की पालना कराने में जुटे हुए हैं और लोगों से लगातार पालना करने कि बात समझा रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी अपने काम में बड़े जोरों से जुटे हुए हैं। डोर टू डोर बीमार व्यक्तियों का सर्वे किया जा रहा है।इस कार्य में एएनएम सुनीता, आशा सहयोगिनी पिंकी देवी, कार्यकर्ता दयावंती व उषा देवी भरी दुपहरी में भी अपने कार्य में जी जान से जुटी हुई हैं।उन्होंने बताया कि हम खांसी, जुकाम और बुखार आदि के रोगियों के लिए अलग से एक रजिस्टर संघारित कर रहे हैं।
सर्वे कार्य के साथ साथ कोविड से बचाव के लिए समझाइश का कार्य भी चल रहा है। जिसका असर यह हो रहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार ग्रामीण अंचल में लोक डाउन का प्रभाव अधिक देखने को मिल रहा है। जहां सड़को पर लोग घूमते हुए दिखाई पड़ते थे और झुंड के झुंड ताश खेलते दिखते थे वहां आज खाली सड़के दिखाई दे रही है। ताश खेलने वाले वो ही लोग आज ढूंढने से भी कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।
- रिपोर्ट- संजय बागड़ी