महिला जनप्रतिनिधि अपनी भूमिका सही तरीके से करें निर्वहन : वरिषा खान
अलावड़ा (रामगढ़) ग्राम पंचायत चौमा के पंचायत भवन मैं वार्ड नम्बर 5 कि वार्ड सभा का आयोजन वार्ड पंच शीला बाई कि अध्यक्षता मैं किया गया। जिसमे वार्ड के पचास से अधिक महिला, पुरुषों ने भाग लिया। इब्तिदा संस्था से वरिषा खान ने ग्रामीणों को वार्ड सभा के महत्व को समझते हुये पंचायतीराज क़ानून के बारे मैं बताते हुए कहा कि किस तरह 73 वें संविधान संशोधन से पंचायतो को ताकतवर बनाया गया व ग्राम पंचायतों को संवेधानिक दर्जा दिया गया। पंचायतीराज एक्ट के तहत ग्राम सभा, वार्ड सभा के प्रावधान को मुख्य रूप से रखा गया हैं। लेकिन धरातल पर कम दिखाई देता हैं। वार्ड सभा मैं भौतिक विकास और मानवीय विकास को लेकर चर्चा कि गईं, सामाजिक बुराई को खत्म करने को लेकर भी योजना बनाई गईं, जैसे मृत्युभोज, शराबबंदी,को बंद करवाना व बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना।
ग्राम विकास अधिकारी विश्वद्र ने ग्रामीणों को बताया कि ग्राम स्वराज का मतलब यही हैं कि वार्ड से योजना बनकर सरकार के पास जाएं और सरकार उसके लिए बजट बनाकर भेजें यही गाँधी का सपना भी था। वर्तमान मैं सरकार ग्राम पंचायतों मैं प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्र सदस्यों का सर्वे करा रही हैं, इसके लिए आप हमारी मदद करें। जिससे वार्ड सभाओं मैं समस्याओ के प्रस्ताव तैयार होकर ग्राम सभा मैं जाने चाहिए, ग्राम पंचायत अनमोदन क़र पंचायत समिति को भेजनें का काम करती हैं, उसके बाद जिला आयोजना कमेटी के पास जाते जो राज्य सरकार के पास भेजती हैं यही प्रक्रिया चलती है पंचायतीराज क़ानून के तहत वार्ड सभा साल मेँ दो बार होनी चाहिए जिसकी अध्यक्षता वार्ड पंच के द्वारा की जानी चाहिए. वार्ड सभा के लिए सरपंच अपने सभी वार्ड पंचो का मार्गदर्शन करें। वार्ड सभा मेँ भौतिक विकास और मानवीय विकास के मुद्दों पर चर्चा कर समस्याओं के प्रस्ताव तैयार करवाने चाहिए।
आज की वार्ड सभाओ मेँ 9 प्रस्ताव तैयार किए गए जिनमे नाली, सड़क, खेल मैदान,पानी की समस्या मनरेगा पीएम आवास, उपस्वस्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी भवन, महिला भवन,सामुदायिक शौचालय,केटल शेड,शौखता गढढा ,सोखते गड्डे, मनरेगा मेँ काम आदि। इस अवसर पर ग्राम पंचायत चौमा से ग्राम विकास अधिकारी विश्वन्द्र, इब्तिदा संस्था से वरिषा खान, प्रतिभा सीएलफ से कलस्टर कोऑर्डिनेटर पूजा , ग्राम अधिकार सखी बंतो, रखी, सुधा, सरोज, तारा, दीपक, रोहित, सागर, रामलाल, गोलू, ओमदास, सीमा, राजो बाई, मांगलि, ज्ञानों, बबली, उषा, सुमित्रा,आदि उपस्थित रहें।