श्री कृष्ण- रुक्मणी विवाह पर महिलाओं ने गए मंगल गीत, कृष्ण रुक्मिणी व शिव पार्वती की संजीवन झांकी सजाई

सकट क्षेत्र के मोतीवाड़ा में देवनारायण एवं डूंगरी वाले भैरूजी महाराज मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में सोमवार को भगवान श्री कृष्ण- रुक्मणी के विवाह का प्रसंग सुनाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कन्यादान किया । कथा वाचक पं नरेश महाराज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने सभी राजाओं को हराकर विदर्भ की राजकुमारी रुक्मणी को द्वारका में लाकर विधिपूर्वक प्राणिग्रहण किया। इस दौरान भागवान श्रीकृष्ण रुक्मणी जी व शिव पार्वती की संजीवन झांकी सजाकर विवाह संस्कार की रस्मों का निर्वहन किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर कर कृष्ण रुक्मणी जी का कन्यादान किया और महिलाओं ने मंगल गीत गाए। कथा सुनने के लिए मोतीवाड़ा गांव सहित आसपास के गांवों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।ग्रामीण भरत गुर्जर ने बताया कि कथा का समापन 12 फरवरी को पूर्णाहुति एवं भंडारे के साथ होगा। इस मौके पर पद दंगल व मेले का आयोजन होगा।
- संवाददाता राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट






