इंदिरा गांधी को दादी कहने पर बवाल किस बात का?, गोपाल माली कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत के पक्ष में उतरा माली समाज

गुरला ( बद्रीलाल माली) राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा के प्रदेश महामंत्री गोपाल लाल माली व जिलाध्यक्ष भैरूलाल माली के नेतृत्व में आज विधानसभा अध्यक्ष के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
महामंत्री गेापाल लाल माली ने बताया कि हाल ही में विधानसभा में राजस्थान सरकार के केबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा प्रश्नकाल के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को लेकर एक बात कही थी, जिसे लेकर विपक्ष विधानसभा में गतिरोध के साथ-साथ पूरे राजस्थान में विरोध प्रदर्शन कर रहा है जो कि उचित नहीं है, जिससे माली समाज में रोष व्याप्त है। अविनाश गहलोत ओबीसी वर्ग व माली समाज के होने के नाते विपक्ष जानबूझकर उन्हें टारगेट कर बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, जबकि उन्होंने विधानसभा में श्रीमती इंदिरा गांधी के लिए दादी शब्द का प्रयोग किया था, जिसमें उनके अपमान जैसा कुछ भी नहीं है, जबकि हम हमारे परिवार में जो बुजुर्ग व सम्मानित व्यक्तियों को क्या दादा-दादी नहीं बोलते? क्या माता पिता, ताऊ ताई नहीं बोलते हैं? ये (दादी) सम्मानजनक शब्द है ना कि अपमानजनक। हमारी हिंदी के शब्दकोश में भी और हमारी पारिवारिक बोलचाल में भी। जबकि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी चाचा व राजीव गांधी को भैया तथा महात्मा गांधी को भी बापू, भैरूलाल सिंह शेखावत को बाबोसा के नाम से पुकारा जाता है। जहां विपक्ष दादी शब्द का विरोध करते हुए विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन कर दादी शब्द का विरोध करके ही अपनी सम्मानित नेता का अपमान कर रहे है।
माली ने जिला कलेक्टर को दिये गये ज्ञापन में चेतावनी देते हुआ कहा कि अविनाश गहलोत ओबीसी वर्ग के होने के साथ माली समाज के नेता है, इसलिए उन्हे विपक्ष द्वारा बेवजह टार्गेट किया जा रहा है, जिससे समाज में रोष व्याप्त है। विधानसभा अध्यक्ष इस संबंध में विपक्ष पर उचित कार्यवाही करें अन्यथा माली समाज को सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस अवसर पर माली महासभा के जिला मंत्री मुरलीधर सैनी, माली सैनी कर्मचारी अधिकारी संस्था के जिलाध्यक्ष तोताराम माली, सुखदेव माली, फूले सेवा संस्थान के कोषाध्यक्ष शंकर लाल गोयल,नानुराम माली, कालू माली, भवँर लाल माली,लाला माली सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।






