"दिव्यता दिवस" के रूप में मनाई गई पूर्व मुख्य प्रशाशिका डॉ. हृदयमोहिनी की चतुर्थ पुण्य तिथि

भरतपुर (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय भरतपुर सेवा केंद्र विश्व शांति भवन 168- ए के अंतर्गत संस्था के पूर्व मुख्य प्रशाशिकाआदरणीय दादी डॉ. हृदयमोहिनी जी की चतुर्थ पुण्य तिथि का कार्यक्रम "दिव्यता दिवस " के रूप में मुख्य अतिथि भ्राता डॉ. योगेंद्र सिंह, पूर्व निदेशक पशुपालन विभाग ,विशिष्ट अतिथि भ्राता सत्यनारायण शर्मा ,पूर्व जनरल मैनेजर पी.एन.बी.भरतपुर,
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कविता दीदी सह प्रभारी आगरा सब जोन प्रभारी भरतपुर ने की, l वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी पावन बहिन एवं ब्र.कु.संस्कृति बहिन प्रभारी ,भुसावर ब्र.कु.रजनी बहिन आदि की उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ l
दादी जी ने पूरे विश्व में आध्यात्मिकता की ज्योति जगाई सुख और शांति का संदेश फैलाया वह हमेशा के लिए अमर हो गई ब्रह्माकुमारी संस्था आध्यात्मिक एवं भौतिक जीवन में दिव्यता का अहसास कराने वाली अद्वितीय संस्था है l यहां आकर बहुत शांति एवं दिव्यता का अनुभव कर रहा हूं, यह उद्गार मुख्य अतिथि के रूप में भ्राता डॉ. योगेंद्र सिंह, पूर्व निदेशक पशुपालन विभाग ने व्यक्त किए
राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कविता दीदी ने कहा दादी जी का जीवन इतना स्वछ उज्ज्वल था की 8 वर्ष की आयु में ही उन्हें दिव्य साक्षात्कार होने लगे थे, दादी जी सादा जीवन और उच्च विचारों की धनी थी, दादीजी ने संपूर्ण गीता ज्ञान को अपने जीवन में वसा लिया था l दादी जी एक बल एक भरोसे की अनुपम दृष्टांत थी,सरलता,दिव्यता,गंभीरता, की प्रतिमूरत थी, स्वयं भगवान भी जिस पर न्योछावर थे वो थी दादी गुलजार lस्व परिवर्तन की ओर एक कदम बढ़ाते हुए दादीजी के जीवन की कोई विशेषता को अपने जीवन मे लाये यही श्रद्धांजलि होंगी l
विशिष्ट अतिथि भ्राता सत्यनारायण शर्मा ,पूर्व जनरल मैनेजर पी.एन.बी.भरतपुर,ने भी अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा ब्रह्माकुमारी परिवार में आकर बहुत ही आनंदित महसूस कर रही हूँ यहाँ पर मैंने दादी जी की शक्ति एवं सकारात्मक ऊर्जा को स्वयं महसूस किया है l
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी पावन बहिन एवं ब्र.कु.रजनी बहिन आदि ने अपनी सुभकामनाएँ प्रदान की l
कार्यक्रम की शुरुआत ईश्वरीय स्मृति के गीत के साथ "ओ दादी खूबियों से तुम बहुत ही याद आओगी, करेंगे याद बाबा को तो तुम भी साथ आओगी"से की गई lकार्यक्रम के पश्चात सभी सम्मानित अतिथियों के द्वारा राजयोगिनी डॉ. दादी हृदय मोहिनी जी को पुष्प माला एवं गुलदस्ता भेंट कर श्रद्धांजलि दी गई l कार्यक्रम के अंत में प्रातः 4:00 बजे से ही तपस्या में रत सभी ब्रह्मा वत्सों के द्वारा श्रद्धांजलि दी गई, एवं सभी को प्रसाद भी वितरित किया गया ब्र. कु.जुगलकिशोर सैनी ने सभी का धन्यबाद ज्ञापित किया l इस अवसर पर पावन बहिन ब्रम्हााकुमारी प्रेम ,गजेंद्र जैसिंह,रणवीर सुरेश,रमेश, प्रेम,राधा,किरण आदि उपस्थित रहे दादी जी के प्रवाह से पूरे वातावरण मे अलौकिकता दिव्यता की खुशबू फैली हुईं अनुभव हो रही थी l






