15 माह से बंद ट्रेनों का अभी तक संचालन शुरू ना होने से जनजीवन हुआ प्रभावित, चलाने की उठी मांग
बयाना (भरतपुर,राजस्थान/ राजीव झालानी) कोरोना संक्रमण के दौरान बयाना जंक्शन रेलवे स्टेशन से होकर चलने वाली विभिन्न लोकल पैसेंजर व एक्सप्रेस यात्री ट्रेनों का कोरोना संक्रमण की लहर समाप्त हो जाने व अन्य समाप्त की गई सभी सेवाओं, स्कूलों, कॉलेजों बसों व बाजारों आदि को खोले जाने के बावजूद बंद ट्रेनों का संचालन अभी तक शुरू नही किए जाने से यहां के जनजीवन व विभिन्न कारोबारी गतिविधीयों सहित यहां की अर्थव्यवस्था की लाइफ लाइन कहे जाने वाले पत्थर कारोबार पर भी काफी विपरीत असर पडा है। वहीं विधार्थी वर्ग व नौकरीपेशा कर्मचारीयों सहित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जाने आने वाले अभ्यर्थियों को भी अनेक परेशानीयों का सामना करना पड रहा है। बंद ट्रेनों का संचालन शुरू कराने बावत् कई बार यहां के विभिन्न सामाजिक व व्यवसायिक संगठनों एवं युवकों आदि की ओर से रेलवे प्रशासन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधीयों का ध्यान आकर्षित करते हुए ज्ञापन भी सौंपे गए है। किन्तु अभी तक किसी की भी ओर से कोई ध्यान नही दिया जा सका है। जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है।बयाना व्यापार संघ के अध्यक्ष कमल आर्य व भाजपा नेता एवं रेलवे सलाहकार समिती के सदस्य रहे मोहन शर्मा एडवोकेट व रूपकिशोर सेजवाल ने भी बंद ट्रेनों का संचालन शीघ्र शुरू कराए जाने की मांग करते हुए बताया है कि इन ट्रेनों के संचालन बंद होने से नियमित रूप से भरतपुर मथुरा, दिल्ली, आगरा, हिण्डौन, गंगापुर, सवाईमाधोपुर व कोटा अप डाउन करने वाले नौकरी पेशा लोगों, छोटे व्यवसाईयों व विधार्थी वर्ग को काफी परेशानीयों का सामना करना पड रहा है। विधार्थीयों की जहां पढाई चौपट हो रही है वहीं नौकरीपेशा लोगों व छोटे व्यवसाईयों को भी काफी परेशानीयों का सामना करना पड रहा है। ट्रेनों के बंद होने से पहले यहां के रेलवे स्टेशन पर चायपान व खोमचा बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले एक युवक ने बताया कि जब ट्रेनों का यहां नियमित संचालन होता था तब उसके जैसे सैंकडों लोग यहां के रेलवे स्टेशन पर वैंडरों के रूप में चायपान व खोमचा आदि वस्तुऐं बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। जो अब बेरोजगार बनकर रह गए है। वहीं कई रेलकर्मीयो ने बताया कि अब ट्रेनों व यात्रीयों की भारी कमी के चलते उन्हें ड्यूटी देने में भी अटपटा सा उबाउपन लगता है। वहीं रिक्शा टैम्पों संचालकों ने बताया कि अब टैम्पो रिक्शा का नियमित खर्चा निकालना भी मुश्किल हो गया है। कई लोगों ने अपने टैम्पों रिक्शे तक बेच दिए है। टैम्पो रिक्शा चालक संघ ने भी बंद ट्रेनों का संचालन शीघ्र शुरू कराए जाने की मांग की है।