शिव सेवा समिति के शिव भक्तों ने 16वीं डाक कावड़ लाने को ली रवानगी
लक्ष्मणगढ़ (अलवर / कमलेश जैन) शिव को समर्पित कांवड़ यात्रा 22 जुलाई, सोमवार से शुरू हो गई है। यह यात्रा हर साल सावन के महीने में होती है। आज कस्बे की दूसरी डाक कावड़ यात्रा शिव सेवा समिति के शिव भक्तों द्वारा 16वीं डाक कावड़ लाने को कस्बे के शिव योगी मंदिर से रवानगी ली ।इससे पूर्व कस्बे में शिवभक्तों ने शोभायात्रा निकाली । कस्बे में शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया।
समिति के रवि चोटी सुरेंद्र साहू दीपचंद सैनी रंजीत साहू ने बताया कि समिति द्वारा यह डाक कावड़ 16वी लाई जा रही है। जिसमें 50 सदस्य शिव भक्त भागीदारी निभाएंगे।
कस्बे में हर साल सावन के महीने मे रौनक देखते ही बनती है। यह यात्रा केवल शिव भक्ति का प्रतीक नहीं है, बल्कि श्रद्धा और समर्पण का जीवंत उदाहरण भी है। हजारों कांवड़िया डाक कावड़िया कठिन रास्तों पर चलते हुए, अपनी आस्था और भक्ति से भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए इस पवित्र यात्रा में शामिल होते हैं। यात्रा के दौरान, केसरिया वस्त्रों में सजे कांवड़ियों के जत्थे दूर-दूर से गंगाजल भरकर शिवालयों की ओर आते हैं।
शिव भक्तों ने बताया कि डाक कांवड़ यात्रा को 24 घंटे में पूरा किया जाता है। इस यात्रा में कम से कम 10 या उससे अधिक युवाओं की टोली वाहनों से गंगा घाट जाती है, जहां वे गंगाजल लेकर निकलते हैं। इस यात्रा में एक या दो सदस्य लगातार नंगे पैर गंगाजल हाथ में लेकर दौड़ते हैं। जब एक थक जाता है, तो दूसरा दौड़ने लगता है। इसी वजह से डाक कावड़ को सबसे कठिन माना जाता है।