भजनलाल सरकार में हो सकती है नए मंत्रियों की एंट्री, उपचुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार संभव
कृपलानी, बाली ,आदूराम मंत्री बनने की रेस में आगे
भजनलाल सरकार में मंत्री मंडल विस्तार और विभागों में फेरबदल इसी महीने संभव है। कुछ मंत्रियों को प्रमोशन मिल सकता है तो कुछ मंत्रिमंडल से बाहर हो सकते हैं।सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से पहले बड़ा बदलाव हो सकता है। नियमानुसार विधायकों के 15 प्रतिशत सदस्य ही मंत्री बन सकते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री सहित कुल 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री सहित 24 मंत्री हैं। मंत्रियों के 6 पद खाली है। डॉ.किरोडी लाल मीणा के इस्तीफे पर निर्णय होना बाकी है। ऐसे में सरकार 2 से 3 मंत्रियों को हटाती है तो 8 से 9 विधायकों को मंत्री बनाकर क्षेत्र और समाजों को प्रतिनिधित्व देकर सियासी समीकरण साध सकती है। गंगानगर में मंत्री उपचुनाव हार गए थे । ऐसे में इस क्षेत्र से प्रतिनिधित्व देकर भरा जा सकता है। सादुशहर से गुरुवीर सिंह या श्रीगंगानगर से जयदीप बियानी, निम्बाहेडा से श्रीचंद कृपलानी, पुष्पेंद्र सिंह बाली, आदूराम मेधवाल, हंसराज मीणा, रामविलास मीणा, गोवर्धन वर्मा को तोहफा मिल सकता है। इधर उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा सोशल मीडिया पर जनता के निशाने पर हैं।बेटे के सोशल मीडिया पर रील बनाने से लेकर कई आरोप लगाए जा रहे हैं।
इनके विभाग में बदलाव संभव - ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग अलग -अलग है। तबादलों को लेकर डॉ.किरोडी लाल मीणा और मदन दिलावर में विवाद सामने आ चुके हैं। ऐसे में मदन दिलावर के विभागों में बदलाव होगा। डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को नए विभाग मिल सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के अलावा झाबर सिंह खर्रा के भी विभागों में बदलाव हो सकता है।
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर अब तक निर्णय नहीं - कृषि मंत्री डॉ.किरोडी लाल मीणा को मंत्री पद से इस्तीफा दिए करीब तीन महीने हो चुके हैं। लेकिन उनके इस्तीफे पर निर्णय नहीं हुआ है। राजनैतिक एक्सपर्ट के मुताबिक मंत्रिमंडल विस्तार से पहले इस पर स्थिति साफ हो सकती है। हालांकि डॉ.किरोडी लाल मीणा हाल ही में कैबिनेट बैठक में शामिल हुए थे। इस्तीफा देने के बाद भी वे सरकारी कार्य करते दिखाई दे रहे हैं। मीणा के इस्तीफे को लेकर भाजपा के कई नेता कहते रहे हैं कि वे मंत्री के तौर पर काम करते रहेंगे।