आग से बचाव के सही इंतजाम नहीं होने पर दो कोचिंग सेंटर सील: अचानक जांच करने पहुंचीं नगरनिगम की टीम
दिल्ली की घटना का जिक्र करते हुए बच्चों से कहा- अगर उन्हें लगता है कि उनके कोचिंग सेंटर पर उनकी सुरक्षा को लेकर कोई खतरा है तो उसकी शिकायत नगर निगम प्रशासन को दें। अगर कोचिंग सेंटर के बेसमेंट या किसी कमरे में फायर फाइटिंग सिस्टम न दिखें तो उसकी भी शिकायत आप नगर निगम में कर सकते हैं।
दिल्ली के एक कौचिंग सेंटर मे आईएएस की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स की क्लास बेसमेंट में चल रही थी। अचानक बेसमेंट में भरे बरसात के पानी भर गया जिसके बाद बाद यहां कैसे-तैसे करके बच्चों को बाहर निकाला गया, लेकिन उस दौरान वहां तीन स्टूडेंटस की डूबने से मौत हो गई थी।दिल्ली मे हुई इस घटना के बाद जयपुर नगर निगम ग्रेटर एक्शन मोड में आ गया। मंगलवार को नगर निगम ग्रेटर की मेयर सौम्या गुर्जर अचानक गोपालपुरा बाइपास स्थित कोचिंग सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचीं। फायर एनओसी नहीं मिलने के कारण गुरुकृपा और कलाम कोचिंग सेंटर को सील कर दिया गया|
मेयर दोपहर 2 बजे सबसे पहले गोपालपुरा बाइपास स्थित गुरुकृपा कोचिंग सेंटर पर पहुंची। यहां उन्होंने मैनेजमेंट से फायर एनओसी दिखाने और बिल्डिंग में लगे फायर उपकरण दिखाने करवाने के निर्देश दिए। मौके पर फायर एनओसी नहीं होने पर उन्होंने मानसरोवर जोन उपायुक्त और फायर उपायुक्त को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके बाद शाम करीब 4 बजे कोचिंग पर ताला लगा दिया गया।
मेयर ने कोचिंग सेंटर में संचालित क्लास रूम का भी दौरा किया। यहां मेयर क्लास में मौजूद बच्चों से मिलीं। बच्चों से बातचीत में मेयर ने कहा- वे जिस कोचिंग सेंटर में एडमिशन लें, वहां पहले ये देखकर सुनिश्चित करें कि वहां फायर फाइटिंग सिस्टम लगे हैं या नहीं? उस कोचिंग संस्थान के पास फायर एनओसी है या नहीं?
150 से ज्यादा कोचिंग सेंटर्स संचालित - सूत्रों की मानें तो नगर निगम ग्रेटर एरिया में गोपालपुरा बाइपास, टोंक फाटक, प्रताप नगर, मालवीय नगर, झोटवाड़ा, वैशाली नगर, सोडाला, गुर्जर की थड़ी, मानसरोवर समेत तमाम एरिया में 150 से ज्यादा कोचिंग सेंटर्स संचालित है। इनमें से 95 फीसदी से ज्यादा के यहां फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं है। न ही इनमें से किसी ने फायर एनओसी ले रखी है।
मानसरोवर जोन उपायुक्त सीता वर्मा ने बताया- गुरुकृपा कोचिंग सेंटर पर फायर एनओसी नहीं होने और यूडी टैक्स जमा नहीं करवाने पर सील की कार्रवाई की है। जबकि कलाम कोचिंग सेंटर पर न तो फायर एनओसी थी और न ही फायर उपकरण ठीक से पाए गए। इसके बाद इस संस्थान को भी सील किया गया है।
मेयर बोलीं- मुख्यालय लेवल पर विशेष कमेटी बनाई - मेयर सौम्या गुर्जर ने बताया- शहर में ग्रेटर एरिया में संचालित तमाम कोचिंग सेंटर्स की सुरक्षा व्यवस्था, फायर एनओसी, फायर फाइटिंग सिस्टम का सर्वे और निरीक्षण करने के लिए हमने मुख्यालय स्तर पर कमेटी बनाई है। इसमें नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय के उपायुक्त, फायर उपायुक्त, जोन उपायुक्त के अलावा तीन तकनीकी टीम के अधिकारी शामिल किए हैं। ये टीम जल्द शहर का सर्वे करके अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। कोचिंग संस्थाओं को नोटिस जारी करेगी।