कृषि पर्यवेक्षकों ने अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर किया धरना-प्रदर्शन और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा

नौगंवा (राधेश्याम गेरा) कृषि पर्यवेक्षक संयुक्त समन्वय समिति राजस्थान के प्रदेशव्यापी आव्हान पर अलवर जिला मुख्यालय के संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार कार्यालय पर जिले के समस्त कृषि पर्यवेक्षको व सहायक कृषि अधिकारियों ने एक दिवसीय धरना देकर सरकार को अपनी 11 सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन भिजवाया। इस अवसर पर जिला संयोजक दिनेश तक्षक ने कहा कि सरकार किसानो के प्रत्येक कार्य को ऑनलाइन कर रही है लेकिन उसके लिए संसाधन उपलब्धता नहीं करा रही है अतः ऑनलाइन के लिए संसाधन उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही सरकार की खुद की घोषणा के अनुसार प्रत्येक ग्राम पंचायत पर कृषि पर्यवेक्षक मुख्यालय होना चाहिए ताकि किसानों को सुलभता से योजनाओं का लाभ मिल सके लेकिन वर्तमान में आधी ग्राम पंचायतो पर ही मुख्यालय स्थापित है जिससे एक कृषि पर्यवेक्षक पर कई कई पंचायतो का भार है इससे उनकी कार्यशाली प्रभावित हो रही है और अतिरिक्त कार्य का कोई भत्ता भी सरकार के द्वारा नहीं दिया जा रहा है जबकि अन्य सभी कैडरो को अतिरिक्त कार्य का भत्ता दिया जाता है अतः सभी ग्राम पंचायतो पर कृषि पर्यवेक्षक मुख्यालय स्थापित किये जावें ।
सभी विभागों में पंचायत समिति स्तर पर गजेटेड अधिकारी की पोस्ट स्वीकृत है लेकिन केवल कृषि विभाग ही ऐसा है जिसमें पंचायत समिति स्तर पर कोई गजेटेड अधिकारी नहीं बैठता जिससे प्रशासनिक समन्वय में परेशानी होती है अतः पंचायत समिति पर एक कृषि अधिकारी की पोस्ट स्वीकृत की जावेi यह कितनी बड़ी विडंबना है कि कृषि पर्यवेक्षक राजस्थान का एकमात्र कैडर है जिसमें जिस पोस्ट से व्यक्ति नौकरी में भरती होता है उसी से सेवानिवृत हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में दूरदराज में ड्यूटी होने एवं अन्य विभागों का कार्य भी हमसे करवाने के बावजूद कोई भत्ते देय नहीं है इसलिए हमारा सरकार से निवेदन है कि कृषि पर्यवेक्षको की पदोन्नति के अवसर बढाये, अतिरिक्त कार्य का भत्ता दिया जाए, बहु आयामी भत्ता दिया जावे और हमारी जो छोटी-मोटी मांगे है इनको सरकार पूरी करें ताकि हम किसानों को ज्यादा बेहतर तरीके से सरकार की योजनाओं का लाभ दिला सके । आज के कार्यक्रम में संगठन के पदाधिकारीयों में मंगतूराम बसवाल, दिनेश तक्षक, धर्मसिहँ गुर्जर, धर्मसिहँ यादव, हेमन्त नरूका, रामोतार प्रजापत, सुनील यादव, राधेश्याम गुर्जर सहित जिले के सभी कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी धरना प्रदर्शन के दौरान मौजूद रहे।






