कोरोना महामारी के चलते बेरोजगार हुए बैंड व्यवसाई, सावे खुलने का कर रहे इंतजार
देख रहे देवउठनी की बाट, करेगी वही हमारे ठाठ
कोटकासिम (अलवर,राजस्थान/ संजय बागड़ी) वैश्विक महामारी ने न केवल बड़े और मध्यम उद्धमियों को प्रभावित किया है बल्कि छोटे मोटे व्यवसाय व मजदूर वर्ग को बिलकुल तोड़ कर रख दिया है। इनमे सबसे अधिक प्रभावित लोग वो लोग है जो विवाह शादी से संबंधित कार्य करते हैं। जैसे टेंट व्यवसाय, बैंड वादक,फूल डेकोरेशन वाले,फोटोग्राफी व डीजे सहित हलवाई,घोड़ी बग्घी वाले। इनके साथ ही लाइट डेकोरेशन व शादियों में बर्तन साफ करने वाले मजदूर वर्ग को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। इन लोगो की आर्थिक हालत बिल्कुल डगमगा गई है।
कोरोना गाइड लाइन क्या इस गरीब और बेरोजगार तबके के लिए ही जारी की है। जब राजनैतिक पार्टियों की बड़ी बड़ी रैलियां आयोजित होती हे तब कहा चली जाती है वह पुलिस जो गाइड लाइन की पालना की दुहाई देती फिरती है। उन पार्टियों की रैली की व्यवस्थाओं को देखे तो कहीं से भी ऐसा नजर नही आता की कही गाइड लाइन की पालना हो रही है। हमेशा गरीब लोगों को ही परेशानी आती है। नोट बंदी में भी गरीब लोग ही लाइन में जाकर लगते थे।लेकिन ये सब वायवसायी किसी तरह मांगलिक कार्यों के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में अब ये लोग देवउठनी ग्यारस का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जो इनके लिए खुशी लेकर आने वाली है लेकिन वह भी अभी निश्चित नही है।यह सब कोरोना के फैलाव या नियंत्रण पर निर्भर करता है।