ग्रामीण उद्यमिता कृषि जागरूकता अभियान के तहत पोस्टर एवं मॉडल प्रतियोगता आयोजित

भरतपुर, 09 जून (कोशलेन्द्र दत्तात्रेय) कृषि महाविद्यालय भुसावर पर ग्रामीण उद्यमिता कृषि जागरूकता अभियान के तहत कृषि स्नातक विद्यार्थियों को उच्च कृषि तकनीकी ज्ञान से अवगत कराने के लिए पोस्टर एवं मॉडल प्रतियोगता आयोजित की गयी।
महाविद्यालय के डीन डॉ. उदय भान सिंह ने बताया कि प्रदर्शित मॉडलों में समन्वित कृषि मॉडल सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि किसानों को समन्वित खेती अपनानी चाहिए। किसान अपने खेत पर गेंहू, सरसों, बाजरा, ज्वार, तिल आदि फसलें उगाते हैं, यह एकल खेती किसानों के लिए लाभकारी नही है। उन्होंने कहा कि किसान फसलों के साथ बागबानी व पशुपालन भी अपनायें। फसलों से उत्पादित भूसा व दाना पशुओं के चारे के काम आयेगा। पशुओ के दूध से अधिक आमदनी होगी। उन्होंने कहा कि किसान गोबर गैस प्लांट भी लगाये। गोबर गैंस प्लांट से गैस मिलेगी जिससे रसोई में खाना बनाने व घर में प्रकाश करने के काम में लाया जा सकता। उन्होंने बताया कि इससे प्राप्त स्लरी एक बेहतरीन खाद होता है जो कि खेत की सेहत सुधारने व फसलोत्पादन बढाने से उपयोगी है। किसान अपने ट्यूबवैल पर अपने परिवार के उपयोग लायक फल व सब्जी भी उगाये। फल एवं सब्जियों की उच्च तकनीकी खेती किसान के लाभ को कई गुना बढा देती है। समन्वित खेती में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग होता है, इससे किसान की आमदनी बढती है तथा यह पर्यावरण के अनुकूल है।






