उद्यानिकी विशेषज्ञों ने किया अलवर जिले का दौरा
अलवर जिले की पंचायत समिति थानागाजी के गांव किशोरी के रहने वाले किसान योगेश कुमार शर्मा द्वारा प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी विभाग राजस्थान सरकार जयपुर को अपने खेत में लगाए गए आम के पौधों में पत्तियां जलने तथा डाइ बैक जैसी समस्या के कारण पौधों के सूखने की जानकारी देते हुए समाधान के लिए पत्र लिखा था। श्रीमान आयुक्त उद्यानिकी राजस्थान सरकार जयपुर के आदेशों की पालना में संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर संभाग द्वारा वैज्ञानिकों की टीम गठित कर किसान के फार्म का अवलोकन किया गया। इस दौरान योगेश कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर खंड, डाक्टर उदयभान सिंह उद्यानिकी वैज्ञानिक, डाक्टर बलबीर सिंह पौध व्याधि वैज्ञानिक, उप निदेशक उद्यान अलवर, कृषि अधिकारी उद्यान विभाग अलवर तथा स्थानीय फील्ड स्टाफ अधिकारी और कर्मचारी साथ रहे। किसान द्वारा अवगत कराया गया कि लगाए गए फल पौधों को अपने हिसाब से प्रयोग के रूप में रोपित किया गया हैं और इस संबंध में उद्यानिकी या कृषि विभाग से कोई संपर्क नहीं किया गया और ना ही उनसे कोई तकनीकी सलाह ली गई। अधिकतर पौधों को एक एक मीटर की दूरी पर तथा कुछ पौधों को चार चार इंच की दूरी पर खेत की मेंड़ पर रोपित किया गया है। इसके लिए कोई विधिवत गड्ढे तैयार नहीं किए गए और ना ही पौधों की सिंचाई के लिए विधिवत थांवले बनाए गए हैं। किसान द्वारा फल पौधों पर राख डाली हुई थी और पौधों के तनों पर चूने का लेप किया हुआ था। ये सब कुछ किसान द्वारा अपनी सोच और मर्जी से ही किया गया था। किसान द्वारा यह सब कुछ उद्यानिकी विभाग की तकनीकी सिफारिशों के परे जाकर, अपनी इच्छा से प्रयोग के तौर पर करना बताया गया।
डाक्टर उदयभान सिंह उद्यानिकी वैज्ञानिक द्वारा किसान को बताया गया कि विभाग द्वारा भरतपुर संभाग के लिए आम के पौधों के रोपण की सिफारिश नहीं है क्योंकि इसमें फूल आते समय तथा फूल से फल बनते समय उच्च तापमान और उच्च आद्रता की आवश्यकता होती है। भरतपुर संभाग में इस समय उच्च तापमान तो होता है लेकिन उच्च आद्रता के अभाव में फूल तथा छोटे छोटे फल अनुकूल परिस्थितियां नहीं होने के कारण गिर जाते हैं। डाक्टर उदयभान सिंह ने अलवर जिले में विभाग द्वारा सिफारिश के अनुसार जानकारी देते हुए बताया कि आवंला, नींबू अनार, पपीता अमरूद इत्यादि फल पौधों की खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है।
डाक्टर बलवीर सिंह पौध व्याधि वैज्ञानिक ने फल पौधों में लग रहे कीट व्याधियों के लिए कीटनाशक तथा फफूंद नाशक रसायनों की लिखित में जानकारी देते हुए बताया कि समय-समय पर विभागीय सिफारिश के अनुसार इनका उपयोग करते रहने से पौधों की कीट - व्याधियों से बचाव होता रहेगा। टीम द्वारा फार्म पर उपस्थित सभी किसान भाइयों से निवेदन किया गया कि फल पौधे लगाने से पहले एक बार उद्यान विभाग से आवश्यक रूप से तकनीकी सिफारिशों की जानकारी अवश्य कर लें आगे चलकर नुकसान नहीं उठाना पड़े।
- कौशलेन्द्र दत्तात्रेय