पाला व शीतलहर की स्थिति की संभावनाओं के मध्येनजर पशुधन के सुरक्षात्मक उपाय
भरतपुर 27 दिसम्बर। राजस्थान सरकार के आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग के अनुसार जिले में धीरे-धीरे सर्दी बढने व वर्तमान में दिन व रात्रि के तापक्रम में आ रहे परिवर्तन से पशुओं के स्वास्थ्य एवं उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव रहना तथा पशुरोगों की प्रायिकता में वृद्वि से बचाव हेतु समय पर उपाय अपना कर पशुओं की सुरक्षा की जा सकती है।
संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग ने बताया कि पाला व शीतलहर की स्थिति की संभावनाओं के मध्येनजर पशुधन के सुरक्षात्मक उपाय, रोकथाम के उचित प्रबंधन के लिए एनिमल शेडस में जूट की टाटपट्टी/ त्रिपाल आदि का उपयोग करें। पशु आवास ग्रहो में सूखी घास/चारे आदि की बिछावट की जावे, छोटे पशुओं एवं पोल्ट्री आदि को सर्दी के समय पशुगृह के भीतर ही रखें। उन्होंने बताया कि पशु आवासों में हवा तथा प्रकाष की व्यवस्था रखें तथा पशुओं को सर्दी के मौसम में गुणवत्ता पूर्ण हरा वसा युक्त पोष्टिक संतुलित आहार उपलब्ध करावें। उन्होंने बताया कि गौषालाओं में संधारित पशुधन का सामयिक एवं नियमित स्वास्थ्य परीक्षण निकटवर्ती चिकित्सालय से करवायें।
- कोशलेन्द्र दत्तात्रेय