कृषि वैज्ञानिकों ने अलावडा में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकी की दी जानकारी

रामगढ़ अलवर (राधेश्याम गेरा)
प्रदेश में चलाए जा रहे वंदे गंगा विकसित कृषि संकल्प व जल संरक्षण अभियान के अंतर्गत कस्बा अलावडा़ के सीनियर सैकेंडरी विद्यालय में जिले के कृषि विभागीय अधिकारियों और कृषि विज्ञान केन्द्र नौगांवा के कृषि वैज्ञानिकों ने कस्बा अलावडा़ में किसानों की मीटिंग बुला नवीनतम तकनीकी और कम पानी से अधिक उपज व रासायनिक उर्वरक की जगह जैविक खाद उपयोग कर अधिक उपज लेने के बारे में भरतपुर से आए ज्वांइट डाइरेक्टर योगेश शर्मा ने जानकारी देते किसानों को देशी तरीके से समझाते हुए ।
कहा कि जिस तरह इंसान को पेट भरने के लिए भोजन की आवश्यकता है लेकिन यदि अधिक भोजन खाने से बद हजमी होने और कम खाने से भूखा रहने से बिमार या कमजोर पड़ जाता है उसी तरह किसान द्वारा बोई गई फसल को भी आवश्यकता अनुसार सीमित मात्रा में खाद डालनी चाहिए अधिक खाद डालने से भूमि को उपज के लिए आवश्यक तत्व आइरन, पोटेशियम कैल्शियम फास्फोरस जैसे तत्व नष्ट हो जाते हैं और फिर भूमि में खाद के बिना उपज नहीं ले सकते इसलिए किसान फसल को बदल बदल कर बोवें और मृदा की जांच जो कि केवल पांच रुपए में हो जाती है अवश्य करावें। किसानों को आर्थिक उन्नति के लिए हमेशा बोई जाने वाली फसलों से हटकर बागवानी से लाभ ले सकते हैं बेर का पेड़ अधिक गर्मी को भी सहन कर लेता है। केवल दो वर्ष तक अच्छे से देखभाल कर ली तो अगले पच्चीस तीस वर्ष तक आपको बेर फल देता रहेगा। साथ ही बेर के पेड़ों को कुछ दूरी पर लगाते हैं तो उसमें मौसमी फसलें भी उगा कर लाभ लिया जा सकता है। डीजल और पेट्रोल के वाहन और कल-कारखाने चलने से और पेड़ों की अधिक कटाई होने से पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है ।आप सब लोग ग्रामीण क्षेत्र से हैं आप सब लोग दो दो चार चार पेड़ अपने खेतों पर अवश्य लगावें और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग दे ।
इसी तरह नौगांव कृषि अनुसंधान केन्द्र से आए वैज्ञानिक सुभाष यादव ने भी कम पानी से अधिक उपज लेने के लिए फ्वारा और ड्रिप सिस्टम से सिंचाई कर पानी का सदुपयोग करने के बारे में जानकारी दी।अलावडा के पशु-चिकित्सक सुभाष वर्मा ने पशुओं में लगने वाले रोग और उपचार और रोग से बचाव की सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई।
आज के इस अभियान के अंतर्गत कस्बा अलावडा सहित मिलकपुर, सैंथली, बिलासपुर क्षेत्र के एक सौ से अधिक किसान लाभान्वित हुए। और अंत में किसानों को बूंदी नमकीन का अल्पाहार दिया गया।
आज की इस मीटिंग में भरतपुर के ज्वाइंट डायरेक्टर योगेश शर्मा ,अलवर से कृषि विस्तार सहायक निदेशक मंगतराम शर्मा, संयुक्त निदेशक प्रियंका मीणा, कृषि अधिकारी जितेंद्र सिंह फौजदार, सहायक कृषि अधिकारी रामगोपाल पूनिया, कृषि पर्यवेक्षक जौमखां, कन्हैया लाल यादव,रामनिवास यादव, नौगांवा कृषि अनुसंधान केन्द्र से डाक्टर सुभाष यादव, डाक्टर राकेश चौधरी उद्यान विभाग, डाक्टर विजय कुमार क्राॅप फसल विशेषज्ञ ने किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकी से लाभान्वित किया। इस दौरान ग्राम पंचायत सरपंच जुम्मा खान,उप सरपंच महेंद्र शर्मा सहित अनेक किसान मौजूद रहे।






