संकट चौथ पर संतान के लिए महिलाओं ने रखा व्रत
लक्ष्मणगढ़ (अलवर / कमलेश जैन) हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर आज शुक्रवार को सकट चौथ का व्रत रखा गया। महिलाओं ने सुबह मंदिर में जाकर भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की और सकट चौथ पर भगवान गणेश की वंदना करते हुए संतान एवं परिवार की खुशी की कामना की। महिलाओं ने दिनभर निराहार व्रत रखा कथा सुनकर विधि विधान से पूजा की। रात को चंद्रोदय के दर्शन के बाद महिलाओं ने व्रत खोला। महिलाओं ने बताया कि सकट चौथ में महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु और घर में सुख समृद्धि की कामना के लिए दिन में उपवास रखती हैं। मान्यता है कि सकट चौथ का व्रत रखने और भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने से आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं। दिनभर उपवास रखने के बाद शाम के समय भगवान गणेश की पूजा करने के बाद चंद्रमा को जल अर्पित कर व्रत खोलते हैं। महिलाओं ने तिल से बने खाद्य पदार्थों का प्रसाद के रूप में सेवन किया, इसलिए इसे तिलकुटा चौथ का व्रत कहा जाता है। कस्बे सहित तहसील क्षेत्र में महिलाओं ने संकट चतुर्थी व तिलकुट चौथ के अवसर पर व्रत रखकर कथा सुनी व भगवान गणेश की पूजा अर्चना की।