उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मन्दिर वैर मे बड़े हर्षोल्लास पूर्वक मनाया 76 वां गणतंत्र दिवस
वैर (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मन्दिर, वैर में 76 वां गणतंत्र दिवस बडे हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि धनेश नगायच ने झण्डारोहण किया। मुख्य अतिथि महोदय ने उद्बोधन में बताया कि गणतन्त्र दिवस का उत्सव, सभी देशवासियों के लिए सामूहिक उल्लास और गौरव का विषय है। यह कहा जा सकता है कि किसी राष्ट्र के इतिहास में 76 साल का समय, पलक झपकने जैसा होता है। लेकिन मेरे विचार से यह वह कालखंड है जिसमें, लंबे समय से सोई हुई भारत की आत्मा फिर से जागी है और हमारा देश विश्व-समुदाय में अपना समुचित स्थान प्राप्त करने के लिए अग्रसर हुआ है।भारत के गणतांत्रिक मूल्यों का प्रतिबिम्ब हमारी संविधान सभा की संरचना में भी दिखाई देता है। उस सभा में देश के सभी हिस्सों और सभी समुदायों का प्रतिनिधित्व था। सबसे अधिक उल्लेखनीय बात यह है कि संविधान सभा में सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, सुचेता कृपलानी, हंसाबेन मेहता और मालती चौधरी जैसी 15 असाधारण महिलाएं भी शामिल थीं। दुनिया के कई हिस्सों में जब महिलाओं की समानता को एक सुदूर आदर्श समझा जाता था तब भारत में, महिलाएं, राष्ट्र की नियति को आकार देने में सक्रिय योगदान दे रही थीं।
हमारा संविधान एक जीवंत दस्तावेज इसलिए बन पाया है क्योंकि नागरिकों की निष्ठा, सदियों से, हमारी नैतिकता-परक जीवन-दृष्टि का प्रमुख तत्व रही है। हमारा संविधान, भारतवासियों के रूप में, हमारी सामूहिक अस्मिता का मूल आधार है जो हमें एक परिवार की तरह एकता के सूत्र में पिरोता है। पिछले 76 वर्षों से, संविधान ने हमारी प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है। आज के दिन, हम, संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव आंबेडकर, सभा के अन्य प्रतिष्ठित सदस्यों, संविधान के निर्माण से जुड़े विभिन्न अधिकारियों और ऐसे अन्य लोगों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जिनके कठिन परिश्रम के फलस्वरूप हमें यह विलक्षण ग्रंथ प्राप्त हुआ। अध्यक्षता इन्द्रमोहन शर्मा ,विशिष्ट अतिथि रामस्वरूप धावाई, देवेन्द्र शरण पाठक उपस्थित रहे। इस अवसर पर विशेष श्रीराम जी के जीवन पर आधारित भारत का बच्चा बच्चा जय श्रीराम गीत प्रस्तुत किया गया जिसकी प्रस्तुति से समस्त वातावरण राममय हो गया। साथ ही झलकारी बाई संस्कार केन्द्र की बहिनों के द्वारा अंगुली पकड़ के तूने चलना सिखाया गीत के माध्यम से बालिकाओं की समाज में स्थिति पर आधारित नृत्य प्रस्तुति दी गई जिसे देखकर समूचा वातावरण अत्यंत भावुक हो गया। श्रीकृष्ण राधा के स्वरूप के द्वारा शानदार गीत अभिनय प्रस्तुति दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले समस्त भैया-बहिनो को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष मनमोहन शर्मा आदर्श विधा मंन्दिर उपसमिति वैर, इन्द्र मोहन श्रोत्रिय परशुराम चौधरी, प्रधानाचार्य - गोरधन प्रसाद शर्मा, डॉ.किशनलाल कथूरिया,विद्या मन्दिर के समस्त आचार्य-आचार्या, आगन्तुक बन्धु-बहिन एवं समस्त भैया-बहिन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में लक्ष्मीकान्त शर्मा के द्वारा आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया गया।