लोहार्गल और भोजनगर में किया वनौषधि भ्रमण

उदयपुरवाटी / चिराना (सुमेर सिंह राव) आयुर्वेद विभाग झुंझुनू द्वारा वनौषधि परिचय भ्रमण का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के करीब 50 चिकित्सकों ,आयुर्वेदाचार्य और विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस विशेष भ्रमण का उद्देश्य चिकित्सकों को क्षेत्रीय औषधीय पौधों की पहचान कराना,उनके गुणधर्म और चिकित्सा में उनका उपयोग कैसे हो,इस विषय पर जानकारी दी गई ।
आयुर्वेद औषधियों को अपडेट करने एवं वनौषधियों के बारे में जयपुर से आए स्मृति वन के वनौषधि विशेषज्ञ डॉ. शंभु दयाल शर्मा ने ट्यूर में आए चिकित्सकों को नाना प्रकार के औषधीय पौधों के प्रभाव के बारे में बताते हुए आयुर्वेद चिकित्सा में इनके उपयोग का महत्व बताया और इनसे मिलने वाले फायदों की विस्तार से जानकारी उपस्थित चिकित्सकों को दी।उन्होंने बताया कि इस धरा पर कोई भी औषधि निष्फल नहीं है बशर्ते हमें उनका ज्ञान होना चाहिए,जड़ी बुंटिया हमारे स्वास्थ्य के लिए सदा उपयोगी रही है,इनकी गुणवत्ता को देखते हुए अब सरकार की ओर से भी इस और विशेष ध्यान दिया जा रहा है उसी के फलस्वरूप आज ये वनौषधि भ्रमण का कार्यक्रम किया है। इस क्षेत्र के भ्रमण में गिलोय, अश्वगंधा, शतावरी, वासा , हरड़, बहेड़ा, कंटकारी, बला, मरोड़फली सहित सैंकड़ों औषधीय पौधों को जाना और अंत में फीडबैक लेते हुए औषधियों गुणों पर चर्चा की ।






