प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय तखतगढ़ में महाशिवरात्रि पावन पर्व की महोत्सव धूमधाम से दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारंभ

तखतगढ़ (बरकत खां) ओम शांति, आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय तखतगढ़ में महाशिवरात्रि पावन पर्व की महोत्सव धूमधाम से दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में तखतगढ़ के थाना प्रभारी प्रवीणकुमार आदरणीय भ्राता प्रवीण कुमार ,सम्मानित अतिथि के रूप में माउंट आबू से राजयोगी ब्रह्मा कुमार जगदीश भाई , ब्रह्मा कुमार सत्येंद्र भाई , ब्रह्मा कुमार बक्शी , ब्रह्मा कुमार दिलीप भाई अमित भाई तखतगढ़ के ठाकुरजी मंदिर के अध्यक्ष नरसाराम कुमावत, किसान नेता जबर सिंह तलवाड़ा उपस्थित रहे। तखतगढ़ के प्रभारी राज योगिनी भावना दीदी जी ने सभी मेहमानों का तिलक, माला, और साफा के द्वारा स्वागत अभिनंदन, बहुमान किए। तखतगढ़ के थाना अधिकारी प्रवीण कुमार की मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में सभी को प्रेरणा दिए की ईश्वरीय विश्वविद्यालय के दिव्य पवित्र, अलौकिक वातावरण इतना शांतिपूर्ण मन को सुकून दे रहा है, मन की सारी तनाव, चिंता, भय समाप्त कर दिया।
इसलिए हम सभी को समय निकालकर इसी पवित्र स्थान में जरूर आना है। माउंट आबू से पधारे हुए राज्यों की भाइयों ने भी अपने दिल की शुभभावना, शुभकामना दिए।जालौर से पधारे हुए मुख्य संचालिका राजयोगिनी रंजू दीदी जी ने अपने आर्शीवचन में महाशिवरात्रि पावन पर्व की शुभ बधाइयां सबको देते हुए शिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताएं देव भूमि भारत में महाशिवरात्रि पर्व महान पर्व है। रात्रि अज्ञान अंधकर का प्रतीक है।कलयुगी घोर अंधकार रात्रि में निराकार ज्योतिर बिंदु परम पिता शिव परमात्मा इस धरा पर अवतरित होकर सत्य गीता ज्ञान की प्रकाश दे रहे हैं, जिससे मनुष्य जीवन से बुराइया, अज्ञानता रूपी अन्धकार को दूर सतयुगी सनातन धर्म की पुनः स्थापना कर रहे हैं। आज से हम अपने मन की वैर भाव, कडवा बोल अक के रूप में, बोर के रूप में महादेव को समर्पित करेंगे। दिल से सभी को दुआएं देंगे ओर दुआएं लेंगे।सदा संतुष्ट रहेंगे ओर सबको संतुष्ट करेंगे। तखतगढ़ की शोभा बहन, उषा बहन तखतगढ़ के गणमान्य मोहनबाजी मालवीय सोहन सुथार , चंपालाल रावल, पार्षद दाडमी देवी, मीरादेवी, मालवीय, जतन कंवर, सुवा कंवर, प्रवीण कुमार, पुष्प कर मिला कर हरियाली,हरजी, कोसेलाव आदरणीय से अनेक धर्म प्रेमी भाई बहनों ने भांग लिया ओम शांति






