पीएम कुसुम योजनांतर्गत एक दिवसीय खंड स्तरीय सेमीनार का हुआ आयोजन

भरतपुर (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) संयुक्त निदेशक उद्यान विभाग भरतपुर संभाग द्वारा पीएम कुसुम योजनांतर्गत, सोलर पंप सेट जागरूकता के लिए एक दिवसीय संभाग स्तरीय सेमीनार का आयोजन किया गया जिसमें अलवर,डीग, भरतपुर, धौलपुर करौली तथा सवाईमाधोपुर जिले के 100 से अधिक किसानों ने भाग लिया। सर्वप्रथम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्वारा डॉ अमित यादव, जिला कलक्टर एवं संभागीय आयुक्त भरतपुर द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर सेमीनार का शुभारंभ किया गया।
सेमीनार में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए जिला कलक्टर एवं संभागीय आयुक्त ने सबसे पहले किसानों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी चाही। इसके बाद किसानों को सोलर पंप सेट की उपयोगिता बताते हुए कहा कि अगर किसान सोलर पंप सेट स्थापित कर लेते हैं तो फिर ये सौ दुखों का एक इलाज कहा जाएगा। क्योंकि सोलर पंप सेट के बहुत फायदे हैं। सबसे बड़ा फायदा तो ये है कि किसानों को दिन में ही फसलों की सिंचाई करने के लिए पानी मिल जाता है। उन्होंने किसानों से फसल विविधीकरण के तहत उद्यानिकी फसलों को अपनाने पर भी जोर दिया।जिला कलक्टर ने किसानों को अपनी गिरदावरी स्वयं करने के लिए बताते हुए कहा कि इससे पारदर्शिता आएगी और किसानों को फायदा होगा। मुख्य अतिथि ने फार्मर्स रजिस्ट्री शिविरों में आवश्यक रूप से जाकर अपना पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आधार कार्ड से आज अनेक लाभ मिल रहे हैं,उसी तरह से फार्मर्स रजिस्ट्री शिविर में अपनी जोत का पंजीकरण कराने से भविष्य में सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं का सीधा लाभ मिलेगा। मुख्य अतिथि ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को विभिन्न प्रशिक्षणो में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न बीमा योजनाओं की जानकारी भी दी जानी चाहिए।
सेमीनार में अतिरिक्त निदेशक कृषि भरतपुर खंड द्वारा किसानों से अपील की गई कि वर्तमान समय में देश में बिजली की लगातार कमी बनी हुई है,ऐसी स्थिति में भारत के प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गई पीएम कुसुम योजनांतर्गत उद्यान विभाग के माध्यम से किसानों के लिए अनुदान पर स्वीकृत किए जा रहे सोलर पंप सेट को स्थापित करा कर योजना का लाभ उठाएं और बिजली की परेशानी से निजात पाएं।
सेमीनार में योगेश कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उद्यान विभाग भरतपुर संभाग द्वारा सभी अतिथियों तथा किसान भाइयों का स्वागत करते हुए बताया गया कि राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा 12 मार्च को राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर पूरे प्रदेश में 50,000 किसानों को
सोलर पंप सेट स्थापित करने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई थी। इसके बाद 50,000 इस योजना के प्रति किसानों के रुझान को देखते हुए 50,000 सोलर पंप सेट के अतिरिक्त लक्ष्य जारी किए गए हैं। वर्तमान में पूरे प्रदेश में एक लाख सोलर पंप सेट स्थापित किए जाएंगे
भरतपुर संभाग की प्रगति बताते हुए शर्मा ने बताया कि संभाग को 2605 सोलर पंप सेट लगाने के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इसके विरुद्ध लगभग 1900 किसानों को सोलर पंप सेट स्थापित करने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जा चुकी है तथा लगभग 900 सोलर पंप सेट स्थापित हो चुके हैं।
शर्मा ने बताया कि सोलर पंप सेट किसानों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं क्योंकि सूरज निकलने के बाद ही सोलर पंप चालू हो जाता है और सूरज छिपते समय बंद हो जाता है। इस तरह से किसानों को दिन - दिन में ही फसलों की सिंचाई के लिए सिंचाई जल उपलब्ध हो जाता है और रात को ठंड, सांप, कीड़े-मकोड़े, बिच्छू इत्यादि से होने वाले नुकसान से किसान भाई बच जाते हैं।
उप निदेशक उद्यान भरतपुर जनक राज मीणा द्वारा उपस्थित किसानों को उद्यान विभाग की योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि सभी किसान भाई तरक्की के लिए हाइटेक हार्टीकल्चर माॅडल अपनाएं और आगे बढ़ें। राधारमण शर्मा, संभागीय सहायक निदेशक कृषि द्वारा पी एम कुसुम योजना की जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना को किसानों की सुविधा के लिए भारत के प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया है ताकि किसानों को बिजली कटौती,कमी तथा अन्य परेशानियों से मुक्ति मिल सके। हरेंद्र सिंह कृषि अधिकारी उद्यान विभाग भरतपुर द्वारा किसानों को सोलर पंप सेट स्थापित करने के आवेदन करने की प्रक्रिया, अनुदान तथा प्रशासनिक स्वीकृति के तौर-तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि किसान भाई अपनी आवश्यकतानुसार, 3,5,7.5 तथा 10 हार्सपावर के सोलर पंप सेट स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए ई-मित्र कियोस्क पर जाकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। शक्ति सोलर एनर्जी कंपनी के प्रतिनिधि हरिओम द्वारा सोलर पंप सेट रखरखाव, बेहतर परिणाम तथा लंबे समय तक उपयोग करने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी और किसानों द्वारा बताई गई समस्याओं का समाधान भी किया। सेमीनार में अमर सिंह सहायक निदेशक उद्यान, राजेन्द्र सोनी लेखाधिकारी, डॉ सीमा गुप्ता कृषि अधिकारी, महावीर सिंह, विजय देव सिंह, देवेन्द्र सिंह रोहित, हेम सिंह तथा अन्य विभागीय अधिकारी/ कर्मचारी उपस्थित रहे।






