प्रदेश की सरकार बदली, विधायक और स्थानीय प्रशासन भी बदला लेकिन आजतक पेयजल आपूर्ति संकट का नहीं हो पाया समाधान

भरतपुर (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) भरतपुर जिले में रुपबास कस्बे के वार्ड 16, 17, 18, 22 एवं 23 में रहने वाले लोगो का स्थानीय प्रशासनिक हठधर्मिता की वजह से पेयजल आपूर्ति संकट से परेशान होने का मामला सामने आया है। आमजन के अनुसार प्रदेश की सरकार बदली, क्षेत्रीय विधायक बदला और स्थानीय प्रशासन भी बदला लेकिन आज तक पेयजल आपूर्ति संकट का समाधान नहीं हो पाया।
आक्रोशित एवं पीड़ित लोगों के अनुसार स्थानीय प्रशासनिक हठधर्मिता की वजह से रूपवास कस्बे के कई वार्डो में चम्बल पेयजल की पाइपलाइन नही डली होने की वजह से वार्डवासियों को पेयजल आपूर्ति संकट से गुजरना पड़ रहा है। चुनाव के दौरान नेता लोग इस भोली वाली जनता से बड़े-बड़े वादे कर वोट तो हासिल कर लेते है लेकिन मूलभूत समस्याओं तक का समाधान नहीं कर पाते। प्रशासनिक हठधर्मिता की वजह से पेयजल आपूर्ति संकट से ग्रस्त वार्डो की महिलाओं को वर्षों से अपनी जान तक जोखिम में डालकर पानी लाना पड़ता है।
आक्रोशित एवं पीड़ित लोगों के अनुसार स्थानीय प्रशासनिक हठधर्मिता की वजह से चम्बल का पानी रूपवास से होकर डीग तक जा रहा है जबकि रूपपास में पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। पेयजल समस्या को लेकर सभी वार्ड वासियों द्वारा एक बैठक में पेयजल समस्या का समाधान नहीं होने तक मजबूरन शासन एवं प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि स्थानीय प्रशासनिक हठधर्मिता की वजह से रुपबास रेल्वे स्टेशन के निकट नानकपुर की महिलाएं प्रतिदिन पीने का पानी रेलवे स्टेशन का पुल व लाइन पारकर लाती हैं। गत महीनो पहले कुछ महिलाएं पानी ले जाते हुए रेल्वे लाइन व पुलपार कर रही थीं कि तभी अचानक से ट्रेन के आने से मची हड़बड़ी में महिलाओं के सिर पर रखा हुआ पानी फैल गया साथ ही 3 महिलाए गिर गई लेकिन मौके पर मौजूद लोगों द्वारा समय रहते महिलाओं को बचा लिया गया नहीं तो एक बड़ा हादसा घटित हो सकता था। कस्बे में व्याप्त पेयजल आपूर्ति संकट को लेकर हठधर्मी प्रशासन और जन प्रतिनिधि शायद किसी महिला की पानी लाते वक्त मौत होने या फिर कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहे है।






