आए दिन हो रही चोरी की घटनाएं,लोगों में दहशत, सवालों के घेरे में पुलिस
घटनाओं की रोक-थाम के लिए पुलिस प्रभावी कदम नहीं उठा रही, पुलिस की सुस्ती से लोग परेशान,

अलवर (रितीक शर्मा) टहला थानांतर्गत क्षेत्र में लंबे समय से चोरी की वारदातें हो रही है। इससे कस्बेवासियों में रोष व्याप्त है। एक और बड़ा मामला सामने आया है। गोलाकाबास पुलिस चौकी कार्यालय के आधा किलो मीटर की दूरी पर भानगढ़ सड़क मार्ग के किनारे मकान पर सो रहीं सास-बहू, गुरुवार रात्रि 12 बजे बाद अज्ञात चोरों ने कमरा का ताला खोल अलमारी से लाखों के जेवर व नकदी चुरा ले गए।
चोरी की घटनाए होनी आम बात हो गयी है। लोग रातजग्गा करने को विवश हैं। पुलिस की स्थिति यह है कि नामजद तहरीर के बाद भी पुलिस के हाथ चोरों से कोसों दूर है। लोगों का पुलिस प्रशासन से भरोसा उठता नजर आ रहा है। शासन प्रशासन दावा करता है अपराधों पर नियंत्रण होगा, लेकिन अभी यह सुविधा ठीक ढंग से चालू न हो पाने के चलते समस्या जस की तस बनी हुई है।
चोरों के हौसले बुलंद इसके बावजूद पुलिस सक्रिय नहीं। पुलिस रात भर गश्त का दावा भी करती हैं, लेकिन जमीनी हालात इसके उलट कहानी बयां करते हैं। या तो पुलिस गश्त पर निकलती ही नहीं या किसी ढाबा, होटल में रात गुजार कर गश्त की खानापूर्ती की जाती है।
पीड़िता ने बताया कि बुधवार को चौथ का व्रत के दिन रात्रि चांद को अर्ध दे कर खाना खा करके दोनों सास-बहू 12 बजे सो गए थे इस दिन घर पर अन्य सदस्य नहीं थे, गुरुवार सुबह हम उठे तो कमरे का ताला खुला मिला अंदर अलमारी से कपड़े बिखरे हुए तथा अलमारी में रखें लगभग 46 ग्राम सोने और 1.5 चांदी तथा 39000 हजार रुपए पार कर ले गए बदमाश।
पीड़ित परिवार से मोनू पांचाल ने गुरुवार को टहला थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पीड़ित परिवार और ग्रामवासियों की मानें तो पुलिस रात में गश्ती में लापरवाही बरत रही है, जिसके चलते चोरी की घटनाएं आम हो गई, प्रशासन अलर्ट तक नहीं। इन घटनाओं में बाढ़ आती है। इसके बावजूद रोक-थाम के लिए पुलिस प्रभावी कदम नहीं उठा रही है।
पुलिस का मूल मंत्र हो रहा विफल:
अपराधियों में भय, आमजन में विश्वास लेकिन क्षेत्र की पुलिस की बात करें तो यह मूल मंत्र अपराधियों में विश्वास और आमजन में भय पैदा करता उलटा साबित हो रहा है।






