पर्यटन के माध्यम से विदेशों में भारत की अच्छी तस्वीर बने
उदयपुरवाटी(सुमेर सिंह राव)
27 सितंबर 1980 से लगातार विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस वर्ष "पर्यटन और शांति "की थीम पर विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है। वास्तव में मनोरंजन विश्राम आनंद की तलाश में घर से दूर समय बिताना ही पर्यटन है।
पर्यटन के महत्व का इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि कई देश जैसे नेपाल भूटान मालदीव आदि देशों की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन पर निर्भर है। भारत के अनेक शहर जैसे गोवा आगरा जयपुर शिमला श्रीनगर मसूरी आदि में रोजगार का मुख्य आधार पर्यटन है।
पर्यटन विभिन्न देशों प्रदेशों की संस्कृति से रूबरू होने सांस्कृतिक आदान प्रदान का अहम जरिया है।अनेक लोगों को रोजगार देने अर्थव्यवस्था में महती भूमिका निभाने के कारण पर्यटन से शांति को बढ़ावा मिलता है।
पर्यटन का दूसरा पक्ष भी है अनेक शहरों में लपका गिरोह सक्रिय है जो पर्यटकों के साथ शालीन व्यवहार नहीं करते हैं जयपुर में एक ज्वेलर ने अमेरिका की पर्यटक से करोड़ों की ठगी करने का प्रकरण सुर्ख़ियों में आया था।पर्यटकों के आगे पीछे भिखारियों की लाइन लगना ,शहरों में गंदगी का आलम बदबू मारुति गंदी नालियां भारत की सुंदर तस्वीर पेश नहीं करती।
सरकारों को चाहिए कि जहां पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है विशेष रूप से उन स्थानों पर साफ सफाई रखना व पर्यटकों के साथ शालीनता का व्यवहार करना आवागमन के उचित साधन उचित दर पर उपलब्ध कराने की समुचित व्यवस्था हो ताकि भारत के बारे में विदेशी पर्यटक अच्छी छवि लेकर जाएं।
- मंगल चंद सैनी पूर्व तहसीलदार