सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर लोगों ने कलेक्ट्रेट में लगाई कनक दंडवत
स्थानीय प्रशासन पर अतिक्रमियों से मिलीभगत के आरोप
दौसा में सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट परिसर में कनक दंडवत लगाई। कलेक्ट्रेट परिसर में एकाएक विरोध के इस अनूठे अंदाज को देख पुलिस भी सकते में आ गई। जहां कलेक्टर की कार तक कनक दंडवत लगाने के बाद पुलिसकर्मी ग्रामीणों को फिर से बाहर ले आए। जिसके बाद 5 लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की गुहार लगाई। मामला बसवा तहसील क्षेत्र के सबडावली गांव है। गांव के लोगों का कहना है कि कलेक्टर व एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों को कई बार अतिक्रमण की शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर अतिक्रमियों से मिलीभगत के आरोप लगाते हुए कलेक्टर देवेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर ने लोगों को नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में बताया कि सबडावली गांव में खसरा नंबर 407 की जमीन पर गांव के ही लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया। इसकी शिकायत बसवा एसडीएम व तहसीलदार दी गई, इसके साथ ही रात्रि चौपाल में भी कलेक्टर को शिकायत दी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और 6 माह बाद भी अतिक्रमण नहीं हटवाया जा सका है। जबकि पुलिस द्वारा जाप्ता उपलब्ध करवाने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटना दर्शाता है कि स्थानीय प्रशासन से अतिक्रमियों की मिलीभगत है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्थानीय पटवारी द्वारा रिपोर्ट पेश की गई कि अतिक्रमण करने वाले लोगों के पास रहने की कोई जगह नहीं है, जबकि उनके पास आबादी भूमि में दो मंजिला मकान तथा बांदीकुई और अलवर में प्लॉट, साथ ही पिता के नाम करीब 14 बीघा कृषि भूमि सबड़ावली गांव में स्थित है। इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं हो रही। इस दौरान रामजीलाल गुर्जर, छोटेलाल योगी, मीठालाल योगी, अमर सिंह, मानसिंह, भोलाराम, रतिराम, देवी सहाय, टिंकू शर्मा, लाला तिवारी, रघुवीर गुर्जर, रामावतार शर्मा, देवकरण, लेखराज, विजय सिंह, कन्हैयालाल हरीओम, नरसी, जगदीश, लक्ष्मण आदि मौजूद रहे।