वंदे गंगा - जल संरक्षण जन अभियान, 111 तुलसी के पौधों का वितरण कर, प्रत्येक व्यक्ति से कि पांच पौधे लगाने की अपील

खैरथल (हीरालाल भूरानी)
विश्व पर्यावरण दिवस एवं गंगा दशहरा के पावन अवसर पर खैरथल के सहजमाल पहाड़ी पर स्थित सरोवर पर "वंदे गंगा - जल संरक्षण जन अभियान" का जिला स्तरीय शुभारंभ समारोह आयोजित किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य आमजन को जल संरक्षण, प्लास्टिक मुक्ति एवं पारंपरिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन के लिए प्रेरित करना रहा ।
सरोवर पूजन कर प्रकृति के प्रति व्यक्त की कृतज्ञता
कार्यक्रम की शुरुआत कलश यात्रा एवं सरोवर जल पूजन से हुई, जिसमें जिला प्रभारी सचिव शिवांगी स्वर्णंकार ने प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। कलश यात्रा नगर परिषद खैरथल से प्रारंभ होकर सहजमाल पार्क सरोवर पर संपन्न हुई, जिसका शुभारंभ जिला कलेक्टर किशोर कुमार एवं सभापति हरीश रोघा द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। इसके पश्चात उपस्थित अतिथिगणों ने श्रम दान कर सरोवर की पाल पर हरियालो राजस्थान अभियान के तहत पौधारोपण किया। तत्पश्चात मंचीय कार्यक्रमों की श्रृंखला आरंभ हुई, जहां विभिन्न गणमान्य अतिथियों ने जल, पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण के महत्व पर विचार व्यक्त किए। इब्तिदा संस्था द्वारा पर्यावरण एवं जल संरक्षण पर नाट्य एवं कविता प्रस्तुत की गई जिसकी सराहना उपस्थित सभी अतिथिगणों द्वारा कि गई। नाट्य एवं कविता द्वारा जल संरक्षण का संदेश दिया गया जिसमें आने वाले समय पानी की विकट स्थिति को दर्शाया गया।
जल नहीं होगा तो हमारा कल कैसे होगा?
पूर्व विधायक रामहेत सिंह यादव ने अपने संबोधन में कहा कि जल केवल एक संसाधन नहीं, बल्कि जीवन का मूल तत्व है, जिसे पूजनीय भाव से संरक्षित करना हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि हम मिलकर जल स्रोतों की रक्षा करें, भूजल स्तर को पुनर्जीवित करें और वृक्षारोपण को एक जन-आंदोलन का रूप दें।
उन्होंने विशेष रूप से प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम 5 पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया और महिलाओं की भूमिका को पर्यावरण संरक्षण में अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए उनसे भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
रामहेत सिंह यादव ने बताया कि पिछले वर्ष सरकार द्वारा लगभग 7 करोड़ पौधे लगाए गए, और इस वर्ष 10 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक संख्या नहीं, बल्कि धरती को हरा-भरा और आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देने का संकल्प है, जिसको हम सबको मिलकर अवश्य पूर्ण करना है।
जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर ने बताया कि आज का जीवन स्वार्थ तक सीमित रह गया है, इसी कारण जल स्रोतों के आसपास अतिक्रमण, जल अपव्यय और प्रदूषण बढ़ा है। उन्होंने घरों व उद्योगों में वाटर हार्वेस्टिंग संयंत्र लगाने के लिए प्रेरित किया ताकि वर्षा के जल को संचय कर वर्ष भर उपयोग में लिया जा सके।
राजस्थान की संस्कृति सदैव जल संरक्षण की रही
कार्यक्रम में जिला प्रभारी सचिव शिवांगी स्वर्णंकार ने कहा कि राजस्थान की संस्कृति सदैव जल संरक्षण की रही है। आज की पीढ़ी को पारंपरिक जल स्रोतों की रक्षा कर भविष्य के लिए उदाहरण प्रस्तुत करना होगा।
जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने कहा यदि आज हम पर्यावरण संरक्षण को अपनी जिम्मेदारी समझेंगे, तभी आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि जल पृथ्वी पर सीमित मात्रा में है जिसका हमें सदुपयोग कर भूजल स्तर को बढ़ाने हेतु जल संरक्षण के विभिन्न उपाय करने चाहिए।
विभिन्न गतिविधियों में दिया संदेश
इस अवसर पर 111 तुलसी पौधे, 200 परींडे तथा 200 जूट बैग वितरित किए गए और जल संकल्प शपथ दिलवाई गई। कार्यक्रम स्थल पर इब्तिदा संस्था द्वारा कृषि क्षेत्र में किए गए नवाचारों की विभिन्न स्टॉल लगाई गई जिसमें आमजन को वर्मी कंपोस्ट तथा विभिन्न कृषि तकनीक की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट, भाजपा जिला अध्यक्ष महासिंह चौधरी, नगर परिषद सभापति हरीश रोघा, मंडल अध्यक्ष मनीष शर्मा, उपसभापति वरुण डाटा, नगर परिषद आयुक्त मुकेश शर्मा सहित जनप्रतिनिधि एवं आमजन उपस्थित रहे।






