मरू उड़ान-नींव प्रोग्राम के तहत बालिकाओं से संवाद :"लड़कियां किसी से कमजोर नहीं,मजबूत इरादों के साथ आगे बढ़ें":टीना डाबी बाड़मेर कलेक्टर
बाड़मेर,राजस्थान
मरु उड़ान के अंतर्गत संचालित हमारी लाडो के नीव कार्यक्रम में बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी ने बालिकाओं से संवाद किया। जिला मुख्यालय पर 9 से 12 साल की शहरी और ग्रामीण इलाके के चार स्कूलों की 120 बालिकाएं शारीरिक और मानसिक भावनात्मक विकास के लिए 10 वीक के लिए रहे नींव, लड़कियां भागे सबसे आगे प्रोग्राम में भाग ले रही है। नींव प्रोग्राम का समापन 8 मार्च को महिला दिवस पर बालिकाओं की ओर से 5 किलोमीटर दौड़ के साथ किया जाएगा। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा- लड़कियां किसी से कमजोर नहीं है। बस जरूरत है मजबूत इरादों के साथ आगे बढ़ने की। मौजूदा समय में महिलाओं ने हर क्षेत्र में सेवाएं दे रही है। संवाद के दौरान बालिकाओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि कोई भी बेटी पढ़ाई से वंचित नहीं रहे। कई बार छात्राएं 12वीं कक्षा में अच्छे अंक लाने के बाद पढ़ाई छोड़ देती है। जबकि उनको अपनी पढ़ाई निरंतर रखनी चाहिए। उन्होंने आईएएस की तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह भी जरूरी नहीं कि कोचिंग करने से ही आईएएस ओर आईपीएस बन जाएंगे। बिना कोचिंग के भी सफलता हासिल की जा सकती है। नियमित पढ़ाई करें यह ही सबसे अच्छा तरीका है। कलेक्टर ने बालिकाओं से मुखातिब होकर संवाद करने के साथ उनके बेहतर भविष्य और सफलता हासिल करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
संवाद कार्यक्रम के दौरान जिला कलक्टर टीना डाबी ने मरु उड़ान की बालिकाओं की टी शर्ट लॉन्च करने के साथ उनको जूते और ट्रैक सूट प्रदान किए। इस दौरान बालिकाओं ने जिला कलक्टर से पढ़ाई और कलक्टर बनने तक की उनकी यात्रा को लेकर सवाल पूछे। बालिकाओं ने जिला कलक्टर को नींव में सिखे गए “हिम्मत के गोले” “पाँच पंखुड़ी के पुष्प” स्वस्थ आदतों और अब तक की दौड़ की तैयारी के बारे में भी बताया। कार्यक्रम में हमारी लाडो की संस्थापक सुश्री प्रेमलता पूनिया, जिला शिक्षा अधिकारी मुरलीधर यादव, चारों विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं नींव की कोच मौजूद रहें। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत बाड़मेर जिले में जिला कलक्टर टीना डाबी ने नवाचार करते हुए मरू उड़ान कार्यक्रम की अभिनव पहल की। इसके तहत जिला मुख्यालय से ग्राम पंचायत स्तर तक महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अब बाड़मेर मॉडल की तर्ज पर प्रदेश के अन्य जिलों में राजस्थान मरू उड़ान अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।