दुर्घटना में हाथ खो चुकी बालिका ने 10वीं परीक्षा में किए शत प्रतिशत अंक प्राप्त
बहरोड़ (मयंक जोशीला) कहते हैं कि यदि इरादे मजबूत हो और हौसलों में उड़ान हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं, एक ऐसा ही वाक्य साबित कर दिखाया पायल यादव ने, हम बात कर रहे हैं मुंडावर विधानसभा क्षेत्र के मूंदनवाड़ा कला गांव की जहां करीब 10-12 साल पहले एक मासूम बच्ची पायल को बिजली का करंट लगने से दोनों हाथ गंवाने पड़े, लेकिन पायल के मजबूत इरादे बिना हाथों के ही हौसलों की उड़ान भरने को तैयार थे। पायल अपने पैरों को ही हाथ बनाकर कलाम की उस धरा पर चल पड़ी, जहां दिन-रात मेहनत करने पर भी विद्यार्थी सफलता अर्जित करने में असमर्थ नजर आते हैं
पायल ने अपने पैरों से कलम पकड़कर परीक्षा दी और कक्षा दसवीं में 600 में से 600 अंक प्राप्त कर साबित कर दिया कि अगर आपके पास दृढ़ निश्चय एवं समर्पण है तो कोई भी असंभव नहीं, पायल के पिता धर्मवीर यादव एवं माता मनीषा देवी ने लगातार बेटी को हौंसला दिया और बेटी ने आज वह कर दिखाया जो केवल स्वप्न में या कल्पना में ही लोग सोचते रहते हैं। वहीं सरपंच दिलीप यादव ने बताया कि पायल ने दिन रात मेहनत कर यह सफलता अर्जित की है जो क्षेत्र और ग्राम पंचायत के लिए गर्व की बात है पायल ने 100 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पूरे राजस्थान में ग्राम पंचायत एवं मुंडावर विधानसभा का नाम रोशन किया है वहीं पायल के दादा बजरंग सिंह एवं दादी संतरा देवी ने भी पायल का भरपूर सहयोग किया था। ऐसे में ग्राम पंचायत सहित पूरे क्षेत्रवासी गर्व की अनुभूति कर रहे हैं।






