जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित, जिला कलक्टर ने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा कर बेहतर सेवाऐं प्रदान करने के दिये निर्देश

भरतपुर, (18 फरवरी/ कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) जिला स्वास्थ्य समिति बैठक जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार कर जिले को अग्रणीय जिलों की श्रेणी में लाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश प्रदान किये गये।
जिला कलक्टर ने चिकित्सा संस्थानों पर संस्थागत प्रसव को बढ़ाने, आयुष्मान कार्ड के पात्र लाभार्थियों की शत प्रतिशत ई केवाईसी एएनएम व आशा सहयोगिनी के माध्यम से करवाने, आयुष्मान कार्ड वितरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने मौसमी बीमारियों पर विशेष ध्यान देने, एएनसी करने, चिकित्सा संस्थान पर उपस्थित रहने, टीकाकरण कवरेज पूर्ण करने, चिकित्सा संस्थानों को लक्ष्य सर्टिफिकेटशन करवाने, यू विन में एंट्री करने के निर्देश दिए।
उन्होंनें एएनसी पंजीकरण, 12 सप्ताह एएनसी, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव में कम प्रगति वाले चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियो को अविलंब सूचकांको में सुधार लाने के निर्देश दिये। उन्होंने आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं एएनएम का सहयोग लेकर कार्य योजना अनुसार कार्य करने, मिसिंग डिलीवरी व घरेलू प्रसव पर विशेष निगरानी रखने की बात कही । उन्होंने जिले में स्वास्थ्य विभाग की समस्त योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन करने तथा महत्वपूर्ण योजनाओं मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम व जननी सुरक्षा योजना, लाडो प्रोत्साहन योजना का बेहतरीन ढंग से संचालन कर इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करने के लिये चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया।
जिला कलक्टर ने टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत सभी गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को समयानुसार सभी टीके पूर्ण करने के साथ ही टीकों से छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करने के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने बीएसके टीमों को सभी स्कूलों में जाकर स्क्रीनिंग कार्य पूर्ण करने, एनीमिया की रोकथाम के लिए पीसीटीएस सॉफ्टवेयर में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं की समय पर प्रसव पूर्व जाचंे करवा कर उपचार से लाभान्वित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को प्रभावी मॉनिटरिंग करने, डाटा एंट्री ऑपरेटरों से सही डेटा रिपोर्टिंग करवाने, परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत दो बच्चों पर नसबंदी करवाने के लिए योग्य दंपतियों को प्रेरित करने की बात कही। उन्होंने विभाग द्वारा लगाये जाने वाले परिवार कल्याण शिविरों में सभी व्यवस्थाऐं दुरूस्त करने तथा मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत जिले की रैंकिंग में सुधार लाने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
मौसमी बीमारियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश - जिला कलेक्टर ने सभी को निर्देशित किया कि जलभराव के क्षेत्रों का सर्वे कर एन्टीलार्वा गतिविधियों को बढाने पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने गंदे पानी से भरे हुए गड्ढों को नगर निगम एवं नगर पालिका से समन्वय करते हुए पानी निकासी कराकर ऐन्टीलार्वा के लिये दवा छिडकाव कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मलेरिया स्लाइड कलेक्शन बढ़ाने के साथ ही चिकित्सा संस्थानों के सभी खिडकियों में जाली लगवाने सुनिश्चित करें।
सभी चिकित्सा संस्थानों पर संस्थागत प्रसव करवाने के निर्देश - जिला कलक्टर ने प्रत्येक चिकित्सा संस्थान पर संस्थागत प्रसव करवाने के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने कहा कि ऐसे चिकित्सा संस्थान जिसकी स्वयं के भवन में संचालित हैं, सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं उसे डिलीवरी प्वाइंट के रूप में चिन्हित किया जाए और ऐसे चिकित्सा संस्थान पर 24 घंटे प्रसव सुविधाएं उपलब्ध रहें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गौरव कपूर ने माह जनवरी 2025 तक विभागीय कार्यक्रमों और योजनाओं के तहत निर्धारित स्वास्थ्य सूचकांकों की प्रगति रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डीटीओ डॉ. अविरल कुमार ने क्षय नियंत्रण कार्यक्रम एवं अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. बीएल मीना ने परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति रिपोर्ट के संबंध में अवगत कराया ।






