वार्ड परिसीमन में अनियमितताओं को लेकर अंजुमन कमेटी का ज्ञापन, मुस्लिम समाज को राजनीतिक रूप से कमजोर करने का आरोप

जहाजपुर (मोहम्मद आज़ाद नेब): नगर पालिका के वार्ड गठन एवं परिसीमांकन में अनियमितताओं और पक्षपात के आरोप लगाते हुए अंजुमन कमेटी आम मुसलमानान के बैनर तले सदर नज़ीर सरवरी ने जिला निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि वार्डों के नए गठन में मुस्लिम समाज को जानबूझकर राजनीतिक रूप से कमजोर करने की कोशिश की गई है, साथ ही भौगोलिक दृष्टि से भी वार्ड सीमाओं को असंगत तरीके से बदला गया है।
ज्ञापन में कहा गया कि नगर पालिका के कुल 25 वार्डों में से कई बस्तियों को किसी भी वार्ड में शामिल नहीं किया गया है, जिससे लगभग 200 वोटर प्रभावित हो रहे हैं। आरोप लगाया गया कि यह प्रस्तावित वार्ड गठन राजनीतिक नेताओं द्वारा तैयार किया गया है और अधिकारियों ने बिना समीक्षा के उस पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
पूर्व में 20 वार्डों को 2019 में बढ़ाकर 25 किया गया था, उस समय ही पुनर्गठन हो चुका था। वर्तमान में पुनः सीमांकन की कोई आवश्यकता नहीं थी, इसके बावजूद किया गया पुनर्गठन अल्पसंख्यक समुदाय के राजनीतिक अधिकारों को प्रभावित करने की मंशा से किया गया प्रतीत होता है।
ज्ञापन में कई वार्डों की विशेष गड़बड़ियों को रेखांकित किया गया। जैसे कि वार्ड संख्या 1 में 7 किलोमीटर दूर की बस्तियों को शामिल किया गया, जबकि पास की बस्तियों को बाहर रखा गया। इसी तरह वार्ड 6, 10, 15, 16 और 18 में भी भौगोलिक असंतुलन और समुदाय विशेष की उपेक्षा के आरोप लगाए गए हैं।
सदर नज़ीर सरवरी ने बताया कि कई बस्तियाँ — जैसे कुलिया बस्ती, जमाल कम्पाउण्डर, हकीम अब्बा, एहसान बाबा, रफीक आरटीओ और अन्य — किसी भी वार्ड में सम्मिलित नहीं की गई हैं, जिससे प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट होती है।
ज्ञापन में मांग की गई कि वर्तमान प्रस्तावित परिसीमन को रद्द कर पूर्व के वार्ड विभाजन को बहाल किया जाए और अल्पसंख्यक वर्ग की राजनीतिक हिस्सेदारी को सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, वार्डों के गठन में पारदर्शिता और जनसंख्या गणना 2011 के आंकड़ों का पूर्ण पालन किया जाए।






