उत्तर प्रदेश से दबोचे गए करोड़ों की ठगी के मास्टरमाइंड जहाजपुर के जैन दंपति, 3 साल से चल रहे थे फरार

जहाजपुर (मोहम्मद आज़ाद नेब) कोटा पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए करीब 10 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में फरार चल रहे जहाजपुर के जैन दंपति को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। यह दंपति ग्राम सरसिया के रहने वाले है और बीते तीन वर्षों से पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरारी की जिंदगी जी रहा थे।
पुलिस ने बताया कि पवन जैन और उसकी पत्नी मैना देवी किराए के मकान में छुपकर रह रहे थे। उन्हें बेटी के पुराने मोबाइल की लोकेशन के आधार पर ट्रैक कर पकड़ा गया। दोनों पर पहले ही 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
कोटा शहर की पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन के अनुसार, आरोपी पवन जैन पूर्व में झालावाड़ के एक केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षक था, लेकिन उसने अपने करियर को छोड़ ऑनलाइन ट्रेडिंग में हाथ आजमाना शुरू किया। शुरुआत में वह लोगों से 5% मासिक रिटर्न का लालच देकर निवेश करवाता था। धीरे-धीरे उसने विदेशी मुद्रा (FOREX) और फिर रूस की NORD FX कंपनी के जरिए बड़े पैमाने पर ट्रेडिंग शुरू की।
शुरुआत में कुछ निवेशकों को पैसे लौटाए भी गए, जिससे विश्वास बनता गया। लेकिन बाद में पवन और उसकी पत्नी ने कोटा, भोपाल, इंदौर, झालावाड़, बारां और बूंदी के लोगों से करोड़ों रुपए ऐंठ लिए। जब भुगतान रुक गया, तो निवेशकों ने विरोध शुरू कर दिया। आरोप है कि पवन ने झूठे केस में फंसाने की धमकियां भी दी थीं।
कोटा और झालावाड़ में उनके खिलाफ कुल 10 मामले दर्ज हैं। कोर्ट ने दोनों के खिलाफ स्थायी वारंट भी जारी कर दिए थे और दिसंबर 2024 में इन्हें भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी।






