सर्व समाज के लिए शर्मनाक: अभी तो जन्मी बेटियों कि आंखें भी नहीं खुली, बेदर्द नवजात बेटियों को सड़क पर छोड़कर हुए फरार
राजस्थान सरकार का नारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ नारा हुआ कलंकित

आज भी युग में नहीं बदला बेटी बेटी एक सम्मान दर्जा चाहे राजस्थान सरकार बेटियों को सम्मान दिलाने कि कितनी भी पहल क्यों नहीं करले जब तक ठोस कानून नियम नहीं बनाए जाएंगे। बेटियों का सम्मान इसी तरह गिरता रहेगा ।
समाज में महिलाओं के प्रति संवेदनहीन व्यवहार और लिंग भेद की मानसिकता को दर्शाने वाली एक घटना सामने आई है।
अलवर (अनिल गुप्ता) सर्व समाज के शर्मनाक घटना को लेकर इस प्रकार के लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रेरणा का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मामला अलवर का है जहां एक महिला को जुड़वां बेटियों को जन्म देने के बाद उसके पति ने न केवल पीटा, बल्कि उसे और उसकी नवजात बच्चियों को घर से निकालकर सड़क पर छोड़ दिया। आरोपी पति अपने दो बेटों को भी साथ ले गया। सदर थाना पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, उन्हें सूचना मिली थी कि तूलेड़ा रोड पर एक महिला अपनी नवजात बच्चियों के साथ बेसहारा हालत में पड़ी है। मौके पर पहुंचने पर पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाई। महिला की पहचान प्रिया के रूप में हुई है, जिसका विवाह मई 2020 में मालाखेड़ा इलाके के समय सिंह के साथ हुआ था। दंपति के पहले से दो बेटे हैं।प्रिया ने पुलिस को बताया कि वह हाल ही में जुड़वां बेटियों की मां बनी थी, जिसके बाद से ही घर में विवाद शुरू हो गया था। उसने आरोप लगाया कि उसके पति समय सिंह बेटियों के जन्म से नाखुश था। प्रिया के अनुसार, 22 अप्रैल को भी उसके साथ मारपीट की गई थी और उसकी नवजात बेटियों को चारपाई से नीचे फेंक दिया गया था।गुरुवार को स्थिति और बिगड़ गई जब समय सिंह उसे पीटने के बाद तूलेड़ा रोड पर छोड़कर चला गया। उसने दोनों नवजात बेटियों को भी वहीं छोड़ दिया और अपने दो बेटों को साथ ले गया। सड़क से गुजर रहे कुछ लोगों ने प्रिया की मदद की और उसके किसी परिचित को सूचित किया, जिसने बाद में पुलिस को इस घटना की जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि प्रिया का मायका अलवर के दिल्ली दरवाजा इलाके में है, लेकिन उसके माता-पिता का निधन हो चुका है और परिवार में केवल उसकी दादी हैं। पुलिस ने प्रिया की शिकायत पर आरोपी समय सिंह की तलाश कर रही है।
पुलिस का कहना है कि बच्चों को बरामद करने और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।






